Varanasi News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार रेहड़ी पटरी वालों को स्वरोजगार से स्वालंबन दिला रही है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की तीसरी वर्षगांठ पर गुरुवार को नगर निगम वाराणसी और जिला नगरीय विकास अभिकरण, वाराणसी ने “स्वनिधि महोत्सव” मनाया। स्वालम्बी रेहड़ी पटरी वालों के इस उत्सव समारोह में ऋण वितरण, स्वनिधि मित्रों का सम्मान हेल्थ कैंप और विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। महोत्सव का आयोजन गांधी अध्ययन पीठ सभागार, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय परिसर में किया गया। स्वनिधि महोत्सव में लगभग 500 रेहड़ी पटरी व्यवसायी मौजूद रहे।
योगी सरकार ने रेहड़ी पटरी व्यवसायियों के लिये जब से वेंडर जोन बना कर दिए है तब से उनको पुलिस और दूसरे सरकारी महकमे परेशान नहीं करते। कोरोना काल में बेपटरी हुआ जीवन पटरी पर लौट आया है। रेहड़ी पटरी व्यवसायियों का जीवन सरल, सुगम और स्वावलंबी हो रहा है। 3 साल बेमिसाल के साथ गुरुवार को रेहड़ी पटरी व्यवसायियों के साथ नगर निगम एवं जिला नगरीय अभिकरण, वाराणसी (डूडा) ने ‘‘स्वनिधि महोत्सव’’ स्वावलंबी रेहड़ी पटरी वालों के उत्साहवर्धन के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल, विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव ने रेहड़ी व्यसवसायियों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय ऋण किये। साथ ही स्वनिधि मित्रों को सम्मानित किया। रवीन्द्र जायसवाल ने डूडा और नगर निगम के अधिकारियों को सुझाव देते हुए डूडा कार्यालय में स्वनिधि योजना से पंजीकरण कार्यलय खोलने का सुझाव दिया, जिससे इस योजना से रोजगार के साथ ही डूडा कार्यालय में वाले लाभाथियों को रजिस्ट्रेशन आदि की सुविधा मिल सके।
डूडा की परियोजना अधिकारी निधि बाजपेयी बताया कि अबतक कुल 36363 लाभार्थियों को प्रथम ऋण, 13060 लाभार्थियों को द्वितीय ऋण और 563 लाभार्थियों को तृतीय ऋण दिया जा चुका है तथा 30143 वेंडर्स डिजिटल लेनदेन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री स्वनिधि तीसरी वर्षगांठ पर नुक्कड़ नाटक के जरिये योजना के लाभ के बारे में बताया गया। इस अवसर पर हेल्थ कैंप, रंगोली, स्लोगन, मेंहदी आदि प्रतियोगिता कराइ गई और प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। श्रम विभाग द्वारा बीओसीडब्लू योजनान्तर्गत वेंडरों के परिवारजनों के अंतर्गत श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है। स्वनिधि महोत्सव में 3 लाभार्थियों को 10 हज़ार प्रथम ऋण, 5 लाभार्थियों को 20 हज़ार का द्वितीय ऋण और 5 लोगों को 50 हज़ार का तृतीय ऋण वितरित किया गया।