UP: उत्तर प्रदेश सरकार ने खेतों की उन्नति के लिए नई योजना की शुरुआत की है. नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग योजना के तहत “एक ग्राम पंचायत, एक क्लस्टर” मॉडल लागू किया जाएगा, जिसका मकसद फसलों की खेती के लिए प्राकृतिक तरीके अपनाएं जाएंगे और किसानों की आमदनी को बढावा दिया जाएगा.
प्राकृतिक खेती से लागत भी घटेगी और फसल की गुणवत्ता भी बढ़ेगी
सरकार के मुताबिक, हर क्लस्टर 50 हेक्टेयर जमीन पर बनेगा और उसमें कम से कम 125 किसान शामिल होंगे. पहले साल सरकार की ओर से 7.16 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा और दूसरे साल 6.83 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा. यह अनुदान किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने में मदद करेगा. प्राकृतिक खेती से लागत भी घटेगी और फसल की गुणवत्ता भी बढ़ेगी.
इस योजना में किसानों को कई सुविधाएं दी जाएगी
इस योजना के तहत किसानों को फार्म मशीनरी बैंक, कस्टम हायरिंग सेंटर, वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. इससे फसल की बर्बादी रुकेगी और किसानों को फसल का सही दाम मिलेगा. किसान फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) से भी जुड़ेंगे, जिससे बाजार में उनकी पकड़ मजबूत होगी.
प्रदेश सरकार का लक्ष्य
प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि साल 2025-26 तक इस योजना के जरिए लाखों किसानों को जोड़कर खेती को और फायदेमंद बनाया जाए. प्राकृतिक खेती की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें रासायनिक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं होता. इससे मिट्टी की सेहत भी ठीक रहती है और फसलों की पैदवारी अच्छी होती हैं.
सीएम योगी ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस योजना से गांव-गांव में खुशहाली आएगी और किसान मजबूत होंगे. उन्होंने कहा कि खेती की लागत घटाकर और उत्पादन बढ़ाकर किसानों को अधिक आय दिलाई जाएगी. साथ ही गांव की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी.
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