UP DGP: एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार को अब योगी सरकार ने प्रदेश पुलिस का नया मुखिया बना दिया है. कार्यवाहक DGP विजय कुमार के बुधवार को रिटायर्ड होने के बाद प्रशांत कुमार को इस पद (UP DGP) की जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रशांत कुमार का प्रदेश के कानून व्यवस्था को सुधारने में अहम रोल रहा है. उन्हें 2023 के दिसंबर में ही नया एडीजी बनाया गया था. वहीं एक महीने बाद फिर उनका प्रमोशन हो गया. अब प्रशांत कुमार यूपी के नए कार्यवाहक डीजीपी बन गए है.
UP DGP: कौन हैं आईपीएस प्रशांत कुमार
प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इनका जन्म बिहार के सिवान में हुआ था. आईपीएस में शामिल होने से पहले प्रशांत कुमार ने एमबीए, एमएससी औक एमफिल की डिग्री पूरी की थी. आईपीएस सेलेक्शन के बाद प्रशांत कुमार को तमिलनाडु कैडर मिला था. लेकिन 1994 में वह यूपी कैडर में आ गए. लोगों के बीच आईपीएस प्रशांत कुमार सिंघम के नाम से फेमस हैं.
वर्ष 2020 और 2021 में उन्हें वीरता पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. आईपीएस प्रशांत कुमार को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) अंतरराज्यीय गैंगस्टर शिव शक्ति नायडू के एनकाउंटर के लिए दिया गया था. वहीं, अब प्रशांत कुमार को राष्ट्रपति के हाथों वीरता पुरस्कारों से सम्मानित करने का ऐलान भी हो चुका हैं.
300 से ज्यादा एनकाउंटर
प्रदेश सरकार ने यूपी में अपराधा और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए प्रशांत कुमार को एडीजी के पद पर तैनात किया था. रिपोर्ट्स के मानें तो वे अब तक 300 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं. प्रदेश में खूंखार संजीव जीवा, मुकीम काला, कग्गा, सुशील मूंछ, अनिल दुजाना, सुंदर भाटी, विक्की त्यागी, साबिर गैंग का आतंक था. आईपीएस प्रशांत कुमार ने टीम के साथ मिलकर इन गैंग के कई अपराधियों का सफाया किया. वे सीएम योगी के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक माने जाते हैं. उनका एक बार फिर प्रमोशन कर उन्हें यूपी पुलिस का नया कार्यवाहक डीजीपी बना दिया गया है.
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