यूपी में बारिश और बाढ़ से हालात गंभीर, हजारों लोग हुए बेघर, राहत-बचाव के लिए प्रशासन अलर्ट

UP Flood: उत्तर प्रदेश में बाढ़ विकराल रूप धारण कर चुकी है. लगातार हो रही भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण गंगा, यमुना, सरयू, रामगंगा, शारदा, घाघरा समेत कई नदियां उफान पर हैं. सीएम योगी ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया था.

प्रयागराज, वाराणसी, उन्नाव, गाजीपुर, मिर्जापुर, चित्रकूट, बुलंदशहर समेत 24 जिलों के 1,245 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. नदी-नालों का पानी घरों में घुस चुका है. सड़कें डूब चुकी हैं और कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. लगातार हो रही बारिश भी मुश्किल खड़ी कर रही है. राहत और बचाव के लिए प्रशासन अलर्ट पर है और संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है.

प्रयागराज:
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से घट रहा है. गंगा-यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 87 मीटर से नीचे आ गया है. यमुना नदी नैनी में 84.08 मीटर और फाफामऊ में गंगा 84.19 मीटर पर बह रही है. जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन कई मोहल्लों में अब भी जलभराव है.

वर्तमान में यमुना नदी का जलस्तर 5.12 सेंटीमीटर प्रति घंटा और गंगा नदी का जलस्तर 6.45 सेंटीमीटर प्रति घंटा की दर से घट रहा है.

वाराणसी:
गंगा का वर्तमान जलस्तर सुबह लगभग 8:30 तक 71.66 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 71.26 मीटर से ऊपर है. हालांकि हर घंटे 4 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गंगा में पानी नीचे उतर रहा है, जिसका असर उसकी सहायक नदी वरुणा पर भी पड़ना शुरू हो गया है. बनारस में गंगा नदी का पानी सड़कों और कॉलोनियों में घुस गया है. इसके चलते बुधवार सुबह अस्सी घाट पर गंगा आरती सड़क पर की गई. 7 अर्चकों के साथ होने वाली गंगा आरती को 3 अर्चक तक सीमित कर दिया गया.

कानपुर:
यहां गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. गंगा बैराज पर 5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी आ रहा है. वर्तमान जलस्तर 113 मीटर है, जो चेतावनी बिंदु (114 मीटर) से एक मीटर नीचे है. अगले 5-6 दिनों में खतरे की स्थिति बन सकती है.

अयोध्या:
 सरयू नदी का जलस्तर प्रति घंटा 2 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ते हुए खतरे के निशान से 29  सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है. सरयू के घाटों पर जिला प्रशासन ने जंजीर के अंदर स्नान करने के साथ ही खतरे की चेतावनी वाले बोर्ड लगा दिए हैं.  बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नाव चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है और प्रशासन ने रिहायशी इलाकों में अलर्ट जारी किया है.

जौनपुरः
जौनपुर में गोमती नदी का जल स्तर बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता का माहौल है. नदी का पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिससे आसपास के घरों में पानी घुसने का खतरा बढ़ गया है.

गाजीपुर
गंगा का जलस्तर 64.690 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान (63.105 मीटर) से डेढ़ मीटर ऊपर है. जिले के 116 गांव प्रभावित है और 20 गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है. जलस्तर में अब धीरे-धीरे गिरावट हो रही है.

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