Kartik Purnima Mela: पौराणिक कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. वहीं, यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर वृद्धि हो रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि शनिवार को पांच लाख से अधिक श्रद्धालु यहां गंगा में डुबकी लगाने आ सकते है. ऐसे में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ या अन्य वारदात घटित होने का खतरा बढ़ सकता है. इस मामलों से निपटनें व मनचलों की धरपकड़ के लिए एसपी ने एंटी रोमियो स्क्वॉड की सात टीमों का गठन किया है.
मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बता दें कि इन मामलों को निपटाने के लिए टीम में शामिल महिला पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में मेले में भ्रमणशील रहकर मनचलों पर शिकंजा कसेंगी. वहीं, एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जो अपने परिवार की युवतियों व महिलाओं के साथ तंबू डालकर रह रहे हैं. ऐसे में महिला के साथ किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं.
एंटी रोमियो की सात टीमों का गठन
उनहोंने बताया कि मेले में छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एंटी रोमियो की सात टीमों का गठन किया गया है. सभी टीम में महिला उपनिरीक्षक समेत पांच-पांच पुलिसकर्मी होंगी. टीम की सदस्य सादा कपड़ों में तैनात रहकर मनचलों पर कड़ी कार्रवाई करेंगी. वहीं, दिन में एक टीम, जबकि रात में दूसरी टीम ड्यूटी पर तैनात रहकर मनचलों पर कार्रवाई करेगी.
गुप्त रहेगी पीड़िता की पहचान
ज्ञानंजय सिंह ने कहा कि इससे न केवल छेड़छाड़ की घटनाओं में अंकुश लगेगा, बल्कि चेन, पर्स और मोबाइल फोन छीने जाने की घटनाओं में भी कमी आएगी. वहीं, श्रद्धालुओं को सुरक्षा का भी अहसास होगा. इतना ही नहीं, इस घटनाओं की जानकारी को पुलिस तक पहुचाने के लिए वाट्सएप नंबर भी जारी किए गए हैं. ऐसे में कोई भी महिला या युवती वाट्सएप के जरिए अपनी उपस्थिति का स्थान बताकर अपराध संबंधी सूचना दे सकती है. बता दें कि सूचना देने वाली पीड़िता की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
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