UP Board : इन दिनों यूपी बोर्ड की परीक्षा चल रही है, जिसका जल्द ही समापन होने वाला है. वहीं, परीक्षा के कॉपियों का मूल्यांकन 19 मार्च से 2 अप्रैल तक होगा. वहीं, मई में परीक्षाफल जारी होने की उम्मीद है. बता दें कि प्रदेश में 261 मूल्यांकन केंद्र निर्धारित किए गए हैं.
वहीं, बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने कापियों के मूल्यांकन को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत कापियों का मूल्यांकन सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगा और फिर बाद में मांगे जाने पर इसकी रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई जाएगी.
इन लोगों पर हो सकती है कार्रवाई
सिंह ने बताया कि मुख्य नियंत्रक एवं उप नियंत्रक का दायित्व होगा कि वह मूल्यांकन कार्य से संबंधित व्यक्ति के अलावा किसी अन्य को केंद्र में प्रवेश न करने दें.अन्यथा की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी.
परीक्षको को एक दिन में मिलेंगी इतनी कापियां
उन्होंने बताया कि मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं 13 से 18 मार्च के बीच उपलब्ध करा दी जाएंगी. मूल्यांकन से संबंधित गोपनीय प्रपत्र संकलन-6 आदि भी इस अवधि में प्राप्त कराए जाएंगे. वहीं, मूल्यांकन कक्षों में फोटोग्राफी वर्जित रहेगी. वहीं, प्रत्येक परीक्षक को प्रतिदिन हाईस्कूल में 50 और कुल अवधि में 700 (कला विषय में 80, कुल अवधि में 800) एवं इंटरमीडिएट में 45 व कुल अवधि में 600 से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं नहीं दी जाएंगी.
मूल्यांकन कक्ष में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होगा बैन
बोर्ड सविच के मुताबिक, उप प्रधान परीक्षकों एवं परीक्षकों को मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मूल्यांकन कक्ष में ले जाने पर रोक रहेगी. वहीं, अनुपस्थित परीक्षकों की सूचना जिला विद्यालय निरीक्षक को देनी है. बता दें कि उप प्रधान परीक्षकों एवं परीक्षकों को 18 मार्च को मूल्यांकन संबंधी दिशा-निर्देश एवं प्रशिक्षण दिया जाएगा. हाईस्कूल विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों की उत्तर पुस्तिका के पैनल मूल्यांकन के लिए अर्ह परीक्षकों का पैनल बनाया जाएगा. गणित सहित सभी विषयों की कॉपियों के मूल्यांकन में स्टेप मार्किंग अनिवार्य रूप से की जाएगी.
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