GST Evasion: उत्तराखंड में जीएसटी चोरी को लेकर राज्य कर विभाग ने सख्ती दिखाई है. दरअसल, कर विभाग की टीम ने बुधवार को बिटुमिन तथा फ्यूल ऑयल का व्यवसाय कर रही 12 फर्मों के 16 व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर छापा मारा. फर्मों की जांच में पाया गया कि इनके ओर से कुल 12 करोड़ रूपये से ऊपर की जीएसटी चोरी (GST Evasion) की गई है.
आपको बता दें कि राज्य कर आयुक्त के निर्देशों पर गठित टीमों ने विभिन्न फर्मों में छापेमारी की, जिसमें देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, काशीपुर, हल्द्वानी और रुद्रपुर स्थित फर्म शामिल है. इन फर्मों द्वारा अपने व्यापार से जुडे फर्जी संव्यवहारों को छिपाने के लिए बिल टू शिप टू के मॉड्यूल का सहारा लिया जा रहा था. इन फर्मों के ई-वे बिल में प्रयुक्त वाहनों की जांच में पाया गया कि वे ई-वे बिल बनाए जाने की तिथियों के दौरान ई-वे बिल में प्रदर्शित स्थलों के मार्ग पर स्थित टोल प्लाजा को पार ही नहीं किया गया.
GST Evasion: अस्तित्वहीन फर्मों ने पार किया टोल प्लाजा
जबकि उन्हीं तिथियों के दौरान किसी अन्य स्थल के टोल प्लाजा को पार कर रहे थे. इन फर्मों के सप्लायर फर्मों की बैकवॉड चैन की जांच करने पर यह पाया गया कि ये सप्लायर फर्म या तो अस्तित्वहीन हैं या विभाग की ओर से उसका रजिस्ट्रेशन निरस्त किया गया है. वहीं, इनमें से कुछ फर्म ऐसे माल की ट्रेडिंग को दिखा रही थीं, जिनको उनके द्वारा कभी खरीदा ही नहीं गया था.
GST Evasion: लैपटॉप, कम्प्यूटर समेत कई दस्तावेज जब्त
जानकारी के अनुसार, छापेमारी की कार्यवाई बुधवार की देर रात तक चली. इस दौरान जांच की टीम ने अभिलेख, लैपटॉप, कम्प्यूटर, मोबाइल फोन आदि को जब्त कर लिया. इन फर्मों द्वारा जांच के दौरान ही केवल 1.13 करोड़ रुपये जीएसटी मौके पर ही जमा भी करा दी गई है. इस कार्रवाही में कुल 16 टीमें गठित करते हुए 60 अधिकारियों को सम्मिलित किया गया था.
इसे भी पढ़े:-Weather: कड़ाके की ठंड और कोहरे ने बढ़ाई मुश्किलें, दिल्ली में आईएमडी का अलर्ट जारी