एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम से रक्षा तैयारियों को मिलेगा बल
नई दिल्ली। देश की सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए भारत ने रूस से एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद की है। यह भारत का संप्रभु निर्णय है। इससे हमारी रक्षा तैयारियों को बल मिलेगा। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने यह बात लोकसभा में शुक्रवार को एक सवाल के जवाब में दी। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि भारत स्वदेशी एंटी ड्रोन सिस्टम तैयार कर लिया है। यह सिस्टम दुश्मन के ड्रोन को खोजने, उसका पीछा करने और उसे मार गिराने में सक्षम है। रक्षा राज्य मंत्री भट्ट ने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि पिछले दो साल में वायुसेना के कुल सात लड़ाकू विमान दुर्घटना के शिकार हुए। वायुसेना इनके कारणों की जांच कर रही है। दुर्घटनाग्रस्त विमानों में एक मिराज 2000 विमान भी शामिल है, जो कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश में हादसे का शिकार हुआ। सरकार इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। देश ने दवाएं बनाने के लिए बीते वित्त वर्ष (2020-21) में करीब 28,529 करोड़ रुपये के कच्चे माल का आयात किया। इसमें से 19,402 करोड़ रुपये का अर्थात 68 प्रतिशत केवल चीन से आया। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं रसायन मंत्री मनसुख मांडविया ने दी है। इससे पहले 2019-20 में कुल 24,171 करोड़ रुपये का कच्चा माल आयात किया गया था। इसमें से 16,443 करोड़ रुपये का माल चीन से आया था। भारत जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में प्रभावी तरीके से आगे बढ़ रहा है। इसके चलते 2019-20 में प्रजनन दर घटकर 2.0 पर आ गई है। कुल 36 में से 31 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने इस प्रजनन दर को प्राप्त कर लिया है। जन्म दर भी 2019 में घटकर 19.7 पर आ गई है। सन 2000 में तैयार राष्ट्रीय जनसंख्या नीति के अनुसार 2045 तक जनसंख्या को नियंत्रित कर लिया जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण कुमार ने लोकसभा में दी है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार पूरी तरह से सतर्क है। देश में प्रतिदिन 8,778 मीट्रिक टन लिक्विड आक्सीजन का प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है। पीएम केयर्स फंड से देश के प्रत्येक जिले में 1,225 मेडिकल आक्सीजन उत्पादक संयंत्र लगाए गए हैं। ऐसे कुल संयंत्रों की संख्या 1,563 है।