हेल्थ। हाई ब्लड प्रेशर शरीर के कई अंगों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। आमतौर पर इसे हृदय रोगों के ही प्रमुख कारण के तौर पर जाना जाता है, पर क्या आप जानते हैं कि यह आपकी आंखों, किडनी और तंत्रिकाओं के लिए भी दिक्कतों को बढ़ा सकती है? स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार ब्लड प्रेशर बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। हालांकि अगर यह समस्या अक्सर बनी रहती है तो इस बारे में विशेष सावधानी बरतते रहने की जरूरत होती है। ब्लड प्रेशर का 140/90 या इससे अधिक बना रहना हाइपरटेंशन माना जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, उच्च रक्तचाप की स्थिति हृदय, मस्तिष्क, किडनी और आंखों जैसे महत्वपूर्ण अंगों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती है। हालांकि अच्छी खबर यह है कि, ज्यादातर मामलों में रक्तचाप का प्रबंधन करके आप गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम कर सकते हैं तो आइए जानते हैं कि ब्लड प्रेशर को किस प्रकार से नियंत्रित करके इसके कारण होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों से बचाव किया जा सकता है?
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण :-
डॉक्टर्स के अनुसार, ज्यादातर मामलों में ब्लड प्रेशर बढ़ने की स्थिति में कोई लक्षण नहीं होते हैं। हालांकि कुछ लोगों को सिरदर्द, सांस की तकलीफ, घबराहट, सीने में दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है। इस तरह की समस्याओं का समय पर पहचान और इसे कंट्रोल करने के उपाय करना जरूरी हो जाता है। ब्लड प्रेशर के लगातार बढ़े रहने की स्थिति जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं का कारण हो सकती है। इसके बचाव के लिए ये उपाय विशेष लाभकारी हो सकते हैं।
नमक की मात्रा रखें कम :-
नमक का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर बढ़ने का कारण हो सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग अधिक नमक का सेवन करते हैं, उनमें अन्य लोगों की तुलना में ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा अधिक हो सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के विशेषज्ञों के सुझावों के मुताबिक दिनभर में 2,300 मिलीग्राम यानी एक बड़े चम्मच से अधिक मात्रा में नमक का सेवन नहीं किया जाना चाहिए, इससे हाइपरटेंशन का खतरा हो सकता है।
नियमित व्यायाम की आदत :-
शारीरिक गतिविधि और वर्कआउट आपको शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखने में मदद करते हैं। व्यायाम की आदत बनाना रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी आपके लिए लाभकारी हो सकती है। विशेषज्ञों ने पाया कि व्यायाम की आदत बनाना तंत्रिकाओं और हृदय को स्वस्थ रखने में भी लाभकारी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सभी लोगों को रोजाना 30 मिनट व्यायाम जरूर करना चाहिए।
पोटैशियम युक्त आहार का सेवन :-
हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने के लिए सबसे अच्छे खनिजों में से एक है पोटैशियम। यह नमक के कारण होने वाले दुष्प्रभाव को भी कम करता है। रक्त वाहिकाओं की दीवारों में तनाव कम करने के लिए भी पोटैशियम युक्त चीजों का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। केला, टमाटर, एवोकाडो, दूध, दही, बीन्स, नट्स आदि पोटैशियम से भरपूर होते है।