इस ड्रग्स के असर से जॉम्बी बन रहे लोग, सड़ रही पूरे शरीर की त्वचा

वॉशिंगटन। हमने कई हॉलीवुड फिल्‍मों में देखा है जिसमें लोग किसी रहस्‍यमयी वायरस के संपर्क में आकर जॉम्‍बीं बन जाते हैं। लेकिन अब ऐसा हकीकत में हो रहा है। दरसल अमेरिका के लोग एक दवा के कारण खौफ में हैं। इस दवा ने हाहाकार मचा रखा है। इस दवा का नाम जाइलाज़ीन है। इसके सेवन के बाद होने वाले साइड इफेक्ट के चलते लोगों की त्वचा धीरे-धीरे सड़ रही है और वह जॉम्‍बी जैसे दिख रहे हैं। इस दवा को लेकर कहा जा रहा है कि यह इंसानों को जॉम्बी में तब्दील कर दे रही है। अमेरिका के कई शहरों में इस ड्रग का इस्‍तेमाल बढ़ रहा है, जिससे वहां की सरकार चिंतित है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जो लोग भी इस दवा का इस्तेमाल करते हैं उनमें अधिकतर लोगों की त्वचा पर असर पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि इसके सेवन के बाद स्किन सड़ने लग रही है। एक्सपर्ट की माने तो, इस दवा का इस्तेमाल पशुओं को बेहोश करने में किया जाता है, लेकिन अब इसका इस्तेमाल हेरोइन जैसे ड्रग्स की काट के तौर पर भी किया जा रहा है।

जाइलाज़ीन का प्रभाव बेहोशी वाली दवा की तरह का ही है। इसे लेने वाले शख्स की सांसें धीमी हो जाती हैं, इसे खाने वाला धीरे-धीरे नींद की चपेट में चला जाता है। साइड इफ़ेक्ट के रूप में शरीर पर जख्म दिखने लगते हैं। वहीं एक वक्त ऐसा आता है कि इंसान की त्वचा इस कदर सड़ जाती है जिसके बाद  उस अंग को काट कर निकालना पड़ रहा है।

क्या है जॉम्बी ड्रग Xylazine:-
अमेरिका में जाइलाजाइन नामक दवा का इस्तेमाल बढ़ रहा है। आमतौर पर इस दवा का इस्तेमाल जानवरों पर किया जाता है, जिससे जानवरों को बेहोश करने में मदद मिलती है। लेकिन अमेरिका के कई शहरों में युवा भी इस दवा को बतौर ड्रग इस्तेमाल कर रहे हैं और इससे उन्हें भी बेहोशी जैसी नींद आना, सांसे धीमी हो जाने की समस्या हो रही है। बार-बार इस ड्रग का इस्तेमाल करने वाले या फिर ज्यादा डोज लेने वाले लोगों की मौत भी हो रही है। साथ ही इस ड्रग के इस्तेमाल से लोगों की त्वचा सड़ रही है और वह जॉम्बी जैसे दिख रहे हैं।

दरअसल ड्रग के साइड इफेक्ट से पीड़ितों के शरीर पर घाव हो रहे हैं और अगर इस पर ध्यान ना दिया जाए तो इससे त्वचा की कोशिकाएं मृत हो जाती हैं। ऐसे में उस अंग को काटना पड़ रहा है। कई बार इस दवाई के असर से व्यक्ति लंबे समय तक अर्द्ध बेहोशी की हालत में रहता है, जिससे उसके सड़क हादसे की चपेट में आने या फिर यौन शोषण होने का भी खतरा है।

जाइलाजाइन को फेनटानिल के साथ मिलाकर ट्रैंक डोप तैयार की जा रही है, जिसे नशे के तौर पर युवाओं द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। चिंता की बात ये है कि यह ट्रैंक डोप अमेरिका की सड़कों पर आसानी से उपलब्ध हो जा रही है।

 

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