प्रयागराज। उत्तर मध्य रेलवे जोन के तमाम रेल खंडों के विद्युतीकरण का कार्य हो जाने के बाद यहां डीजल से चलने वाली ट्रेनों में लगातार इलेक्ट्रिक इंजन लगाए जा रहे हैं। वर्तमान समय जोन में सिर्फ 25 जोड़ी ट्रेनें ही ऐसी रह गई हैं, जिसमें डीजल इंजन है। अभी हाल ही में प्रयागराज-आंबेडकर नगर समेत 21 जोड़ी अन्य ट्रेनों में डीजल की जगह इलेक्ट्रिक लगाए गए हैं। इस तरह से अब एनसीआर से शुरू होने वाली एवं यहां से गुजरने वाली 443 में से 418 जोड़ी ट्रेनों में इलेक्ट्रिक इंजन लगा दिए गए हैं। रेलवे का अगले दो वर्ष में देश के सभी रेल खंडों का पूर्ण रूप से विद्युतीकरण करने पर जोर है। एनसीआर की बात करें तो यहां 80 फीसदी से ज्यादा रेलखंडों के विद्युतीकरण का कार्य कर लिया गया है। इस वजह से जोन में चलने वाली तमाम ट्रेनों की स्पीड में भी इजाफा हुआ है। जोन में 224 जोड़ी ट्रेनों की स्पीड भी 130 किमी प्रति घंटा हो गई है। इस वित्तीय वर्ष की बात करें तो 21 जोड़ी ट्रेनों में इलेक्ट्रिक इंजन लगा दिए गए हैं। रेलवे का दावा है कि इन 21 जोड़ी ट्रेनों में डीजल के स्थान पर इलेक्ट्रिक इंजन लगा देने से कार्बन फुटप्रिंट की कमी के साथ महत्वपूर्ण राजस्व की बचत भी होगी। एनसीआर के सीपीआरओ डॉ. शिवम शर्मा का कहना है कि इन ट्रेनों से जोन में डीजल अंडर वायर में प्रतिदिन 5496 किलोमीटर और अन्य रेलवे में 8443 किलोमीटर प्रति दिन की कमी हुई है। इससे हर वर्ष 129.85 करोड़ की बचत होगी।