प्रयागराज। कई दिनों तक तबाही और हाहाकार मचाने के बाद गंगा और यमुना का जलस्तर बृहस्पतिवार को फिलहार स्थिर हो गया। इससे प्रशासन ने जहां राहत की सांस ली है, वहीं तटवर्ती इलाकों में फंसे लोगों में भी स्थिति से उबरने की उम्मीद जगी है। बुधवार को दिन में गंगा-यमुना के जलस्तर में बढ़ने की रफ्तार कुछ कम हुई थी लेकिन देर शाम तक फिर रफ्तार तेज हो गई थी। सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बृहस्पतिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के साथ ही राहत शिविरों में रहने वाले शरणार्थियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का सख्त निर्देश दिया। इससे हड़कंप मच गया था। हालांकि उम्मीद के अनुसार गुरुवार को जलस्तर मेंकमी आई और गंगा और यमुना की रफ्तार फिलहाल थम गई है। राहत और बचाव कार्य में प्रशासन जुटा हुआ है। नाव के माध्यम से जिला प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाओं बाढ़ के कारण घरों में फंसे लोगों तक राहत सामग्री दूध, फल, सब्जी, ब्रेड के अलावा दवाओं का इंतजाम कर रहे हैं।