वाराणसी। जौनपुर जिले के बक्शा थाना क्षेत्र के धनियामऊ बाजार में कैश वैन के गार्ड की गोली मारकर हत्या करने वाले बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराने वाली पुलिस टीम ने शासन से मिली एक लाख की पुरस्कार राशि मृत गार्ड रामअवध चौबे के परिजनों को सौंप दी। पुलिस टीम की पहल पर बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन के सभागार में एसपी अजय साहनी ने एक लाख रुपये की नकद धनराशि मृतक की पत्नी रंजू चौबे को सौंपा। इस दौरान रंजू देवी, एसपी को पकड़कर फफक कर रो पड़ी। महिला का विलाप देख पुलिस लाइन सभागार में मौजूद पुलिस अफसरों की भी आंखें नम हो गई। एसपी ने इंस्पेक्टर मड़ियाहूं को निर्देश दिया कि वह पीड़ित परिवार की बराबर खोजखबर लेते रहें। परिवार को कोई समस्या होगी तो उसका समाधान किया जाएगा।
धनियामऊ बाजार में स्थित इंडिया-वन एटीएम बूथ के पास कैश वैन के गार्ड की गोली मारकर हत्या करने वाले दोनों बदमाशों को 15 घंटे में मुठभेड़ में मार गिराने वाली पुलिस टीम को अपर मुख्य सचिव गृह उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से एक लाख रुपये से पुरस्कृत किया गया था। पुलिस टीम के सभी सदस्यों ने एसपी से कहा कि परिवार की आजीविका चलाने के लिए उन्हें मिल रहा वेतन काफी है। इस वक्त में बदमाशों की गोली से मृत गार्ड के परिवार की मदद करनी चाहिए। इसलिए पुरस्कार की यह धनराशि पीड़ित के परिजनों को सौंप दी जाए। एसपी ने कहा कि घटना में मृत गार्ड रामवध चौबे निवासी वीरबलपुर मड़ियाहूं के पिता राजनारायण चौबे भी पुलिस सेवा से रिटायर हुए थे। उन्हीं की लाइसेंसी बंदूक का वरासत रामअवध के नाम हुआ था, जिसके सहारे वह वर्ष 2013 से गार्ड की नौकरी कर रहे थे। वह परिवार के अकेले कमाने वाले सदस्य थे। उनकी मौत से परिवार की आमदनी का एक मात्र स्रोत बंद हो गया। मृतक का बेटा हरिओम अभी हाईस्कूल में पढ़ाई कर रहा है। एसपी ने कहा कि हरिओम की पढ़ाई के लिए भी जो भी संभव होगा पुलिस मदद करेगी।