Health: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई बार हमें अचानक चक्कर आने या सिर घूमने जैसा महसूस होता है. अक्सर हम इसे थकान या कमजोरी मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह हर बार सामान्य नहीं होता. अगर आपको बार-बार या अचानक सिर घूमने जैसा अनुभव होता है, तो यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है. यह लक्षण विशेष रूप से वर्टिगो नामक बीमारी से जुड़ा हुआ है.
क्या है वर्टिगो
वर्टिगो की समस्या आंतरिक कान से जुड़ी होती है. हमारे कान में संतुलन बनाए रखने के लिए एक जटिल प्रणाली होती है. सबसे आम प्रकार के वर्टिगो को सौम्य पैरॉक्सिस्मल पोजीशनल वर्टिगो(बीपीपीवी) कहा जाता है. यह तब होता है जब कान के अंदरूनी हिस्से में मौजूद छोटे-छोटे कैल्शियम कण अपनी सही जगह से हटकर अर्धवृत्ताकार नलिकाओं में चले जाते हैं.
इन कणों के जगह बदल जाने से मस्तिष्क को गलत संकेत मिलते हैं, जिससे व्यक्ति को लगता है कि वह घूम रहा है, भले ही वह न घूम रहा हो. यह स्थिति उम्रदराज लोगों में अधिक देखी जाती है, लेकिन सिर में लगी चोट या अन्य कारणों से किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है.
वर्टिगो के लक्षण
वर्टिगो के लक्षण आमतौर पर अचानक शुरू होते हैं और कुछ सेकंड्स या मिनट तक ही रहते हैं. इसका सबसे प्रमुख लक्षण अचानक सिर चकराना या घूमना है, जो अक्सर सिर की स्थिति बदलने पर होता है. उदाहरण के लिए, जब आप बिस्तर पर करवट लेते हैं, सिर को अचानक ऊपर उठाते हैं, नीचे झुकते हैं या गर्दन को तेजी से घुमाते हैं, तो यह लक्षण महसूस हो सकता है. इसके साथ ही, उल्टी आना, संतुलन खोना और आंखों का अनियंत्रित तरीके से हिलना भी इसके अन्य लक्षण होते हैं. ये लक्षण हालांकि कम समय के लिए होते हैं, लेकिन इनकी वजह से व्यक्ति को काफी बेचैनी और घबराहट महसूस हो सकती है.
वर्टिगो के उपचार के विभिन्न तरीके-
वेस्टिबुलर रिहैबिलिटेशन थेरेपी:
यह थेरेपी, चक्कर आना, संतुलन संबंधी समस्याएं और धुंधली दृष्टि जैसे वर्टिगो के लक्षणों से राहत प्रदान करने के लिए अनुकूलित चिकित्सा उपचार है.
दवाएं:
वर्टिगो के लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टर एंटीहिस्टामाइन, बेंजोडायजेपाइन और एंटीमेटिक्स जैसी दवाएं लिख सकते हैं.
सर्जरी:
यदि वर्टिगो का कारण गंभीर है, जैसे कि ट्यूमर या गर्दन या मस्तिष्क पर चोट, तो सर्जरी का विकल्प चुना जा सकता है.
घरेलू उपचार:
कुछ घरेलू उपचार जैसे कि पर्याप्त आराम करना, हाइड्रेटेड रहना, तनाव का प्रबंधन करना, शराब और कैफीन का सेवन सीमित करना और चक्कर आने के लिए प्रेरित करने वाले वातावरण से बचना, वर्टिगो के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं.
अन्य उपचार:
कुछ मामलों में, डॉक्टर कान की समस्याओं के लिए एंटीबायोटिक्स या एंटीवायरल दवाओं की सिफारिश कर सकते हैं.
जीवनशैली में बदलाव:
धीरे–धीरे और सावधानी से आगे बढ़ना:
अचानक हरकत करने से बचें, खासकर जब आप बैठे या लेटे हुए हों.
तनाव का प्रबंधन:
तनाव के स्तर को कम करने के लिए गहरी सांस लेने, ध्यान या माइंडफुलनेस जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें.
पर्याप्त नींद लेना:
सुनिश्चित करें कि आप प्रत्येक रात पर्याप्त नींद लें.
शराब और कैफीन का सेवन सीमित करें:
ये पदार्थ आंतरिक कान को प्रभावित कर सकते हैं और चक्कर आने का कारण बन सकते हैं.
कानों को स्वस्थ रखें:
अपने कानों को संक्रमण और चोटों से बचाएं.
डॉक्टर से कब सलाह लें:
यदि आपको चक्कर आने के साथ-साथ सुन्नपन और दर्द जैसे अन्य लक्षण महसूस हों.
यदि वर्टिगो के लक्षण कुछ दिनों से अधिक समय तक बने रहें.
यदि वर्टिगो के लक्षण आपकी दैनिक गतिविधियों में हस्तक्षेप करते हैं.
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