उत्तराखंड। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बीते दिन टिहरी दौरे पर रहे। यहां वह नई टिहरी स्थित कोटी कॉलोनी पहुंचे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने टिहरी झील में बोटिंग की और झील क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक दिवसीय उत्तरकशी जनपद भ्रमण के दौरान कोटी कॉलोनी में टिहरी झील का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने डोबरा चांठी पुल फ्लोटिंग हट्स का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि टिहरी बांध प्रभावितों का पुनर्वास करना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सेम मुखेम को छठवां धाम बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 1200 करोड़ के प्रोजेक्ट से टिहरी झील की दशा और दिशा बदलेगी। इसके लिए वैपकोस को कंसलटेंसी का काम सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि टिहरी झील और आसपास के क्षेत्र को विश्व स्तरीय साहसिक पर्यटक स्थल बनाया जाएगा। उन्होंने टिहरी जिले की एक अरब 64 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। उन्होंने चंद्रबदनी नैखरी महाविद्यालय को श्रीदेव सुमन विवि का कैंपस कॉलेज बनाने की घोषणा भी की। विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में जन आशीर्वाद रैली के तहत आयोजित जनसभा में सीएम धामी ने कारगिल शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा की माता शरदा देवी को शॉल, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा देश के उन 12 स्थानों में टिहरी झील का नाम सबसे ऊपर है, जहां केंद्र सरकार ने सी-प्लेन उतराने की योजना बनाई है। झील में सी प्लेन उतारने की दिशा में कार्य चल रहा है। दिसंबर तक प्रदेश में शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन पूरा हो जाएगा। सीएम ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग, ऑल वेदर और भारत माला परियोजना से उत्तराखंड विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को पर्यटन, शिक्षा, मेडिकल, कृषि और उद्यानीकरण के क्षेत्र में नंबर एक पर पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। चारधाम यात्रा शुरू करने के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जो घोषणाएं कर रहे हैं, उन्हें तीन माह के भीतर पूरा किया जाएगा। सरकारी विभागों में 22 हजार पदों पर युवाओं के लिए भर्ती निकाली है। तीन माह में 12 हजार पदों और शेष पर छह माह के भीतर नियुक्ति पूरी कर ली जाएगी। देहरादून से टिहरी झील तक 9 हजार करोड़ की लागत से 35 किलोमीटर लंबी सुरंग की सैद्धांतिक स्वीकृति केंद्र सरकार से मिल चुकी है। इससे महज एक घंटे के भीतर देहरादून से टिहरी पहुंचा जा सकेगा। सीएम ने कहा कि प्रशासन जीरो पेंडेंसी के तहत काम करेगा। प्रत्येक अधिकारी की जिम्मेदारी तय होगी। जिले स्तर की समस्या यदि सचिवालय तक आएगी तो डीएम की जिम्मेदारी तय की जाएगी। कहा कि पर्यावरणविद् स्व. सुंदर लाल बहुगुणा की स्मृति में प्रत्येक वर्ष प्रकृति पुरस्कार दिया जाएगा। साथ ही सरकार ने प्रधानों का मानदेय 3500 रुपये कर दिया है। इस मौके पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, धनोल्टी विधायक प्रीतम पंवार, टिहरी डा. धन सिंह नेगी, प्रतापनगर विजय सिंह पंवार, घनसाली शक्तिलाल शाह, देवप्रयाग विनोद कंडारी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, महामंत्री नलिन भट्ट, गोविंद रावत, ब्लॉक प्रमुख शिवानी बिष्ट, सुनीता देवी, बसुमति घणाता, दायित्वधारी संजय नेगी, रोशन लाल सेमवाल, बेबी असवाल, प्रेमदत्त जुयाल, अतर सिंह तोमर, अब्बल सिंह बिष्ट, दिनेश डोभाल, डा. प्रमोद उनियाल, रवि सेमवाल, डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी तृप्ति भट्ट आदि उपस्थित रहे।