आंध्र प्रदेश। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार को आंध्र प्रदेश दौरे पर पहुंची। यहां उन्होंने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उन्होने देश के विकास में आंध्र प्रदेश के लोगों के योगदान की सराहना की साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छात्रों को देश की परंपराओं का पालन करने और आधुनिक दुनिया को अपनाने के बीच संतुलन बनाने की सलाह दी।
सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप, हमारे छात्रों को हमारी परंपराओं के साथ आधुनिक दुनिया में एक प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त करना चाहिए। प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. यल्लाप्रगदा सुब्बा राव ने एक सदी पहले ऐसा किया था।
सुब्बा राव के शोध से कई जीवन रक्षक दवाओं की खोज हुई:-
वैज्ञानिक सुब्बा राव के जीवन को याद करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्होंने मेडिकल क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया। उनके शोध से कई जीवन रक्षक दवाओं की खोज हुई। उनकी आयुर्वेद में भी रुचि थी। बता दें कि डॉ. सुब्बा राव 1922 में फार्मेसी और बायोकेमिस्ट्री की पढ़ाई के लिए हार्वर्ड मेडिकल स्कूल गए थे।
तकनीक के विकास में आंध्र प्रदेश की अग्रणी भूमिका:-
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बताया कि स्वतंत्र भारत में आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास में आंध्र प्रदेश की अग्रणी भूमिका रही है। आंध्र प्रदेश के लोगों ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी में देश की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। तेलुगु भाषी लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया भर में तेलुगु भाषी लोगों की प्रभावशाली भूमिका है, जिनमें से अधिकांश प्रौद्योगिकी पेशेवर हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उम्मीद जताई कि इसी तरह आगे भी आंध्र प्रदेश के लोग देश के विकास में अपना असाधारण योगदान जारी रखेंगे और साथ ही उन्होंने उनके सुनहरे भविष्य की कामना की। राष्ट्रपति मुर्मू ने बताया कि आंध्र प्रदेश उन राज्यों में से एक है, जिनका महिलाओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण है।