नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में रेपो दरों में बढ़ोतरी की है। इसके बाद लगभग सभी बैंको ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दिया यानी बैंक से कर्ज लेना अब महंगा हो गया। इस सूची में दो बड़े बैंकों का नाम है जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल है। इन बैंको ने मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट में 10 से 20 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने एमसीएलआर दर को बढ़ाकर 7.50 फीसदी कर दिया है, ये बढ़ी हुई दरें 12 जून से प्रभावी मानी जाएंगी। जबकि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने बड़ी बढ़ोतरी करते हुए एक साल के लिए एमसीएलआर दर को बदलकर 7.45 फीसदी कर दिया है। नई दरें 11 जून 2022 से लागू होंगी। इस बदलाव के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक रात की अवधि के लिए एमसीएलआर 6.80 फीसदी, एक महीने के लिए 7.20 फीसदी, तीन महीने के लिए 7.25 फीसदी, छह महीने के लिए 7.35 फीसदी और एक साल के लिए यह दर 7.50 फीसदी कर दिया है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की बात करें तो यहां एक रात की अवधि के लिए एमसीएलआर दर 6.70 फीसदी, एक महीने के लिए 6.85 फीसदी, तीन महीने के लिए 7.10 फीसदी, दो साल और तीन साल की अवधि के लोन पर 7.50 फीसदी कर दी गई है। गौरतलब है कि लेंडिंग रेट बढ़ने से होम लोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन समेत सभी तरह के कर्ज महंगे हो जाएंगे और एलसीएलआर में इजाफे से लोन की ईएमआई में इजाफा हो जाता है।