नववर्ष पर भाग्योदय के लिए अशोक के पत्तों से करें ये उपाय

एस्‍ट्रोलॉजी। नया साल आने वाला हैं। नए साल  का एक अलग ही महत्‍व होता है। नववर्ष पर लोग घर की सजावट भी करते हैं। हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ अवसर पर घर के मुख्य द्वार पर अशोक अथवा आम के पत्तों से बनी माला अवश्य लटकाई जाती है। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है। हिंदू धर्म में अशोक को बहुत ही पवित्र पेड़ माना जाता है। अशोक शब्‍द का अर्थ है समस्त शोक और दुखों को नष्ट करने वाला। हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथ रामायण में भी अशोक वाटिका का वर्णन मिलता है। जब रावण सीता का हरण करने के बाद लंका लाया था तब माता सीता ने अशोक वाटिका में आश्रय लिया था। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अशोक के पत्तों के कई उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करने से जीवन की समस्त समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। तो आइए जानते हैं नए साल पर भाग्योदय के लिए अशोक के पत्तों के कुछ विशेष उपायो के बारें में…

आर्थिक तंगी दूर को करें दूर –
नववर्ष पर मंदिर या किसी बगीचे में स्थित अशोक के पेड़ की जड़ को लेकर आएं और इसकी जड़ को धोकर और अच्छे से सुखाने के बाद अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसी मान्यता है कि इस उपाय को करने से तिजोरी हमेशा भरी रहती है, और कभी भी आर्थिक तंगी नहीं होती।

गृहक्लेश समाप्ति दूर करने में सहायक –  
अगर आपके घर में बहुत ज्यादा क्‍लेश की स्थिति है तो इसके लिए घर के मुखिया को अपनी पत्नी के साथ रोजाना नियमित रूप से अशोक के पेड़ को जल देना चाहिए। ऐसा करने से गृहक्लेश समाप्त होता है साथ ही घर में कभी भी रोग, शोक और दुर्भाग्य नहीं आता और घर में बरकत आती है।

शीघ्र विवाह के लिए –  
यदि किसी कारणवश आपके विवाह में बाधा आ रही है, तो इस नववर्ष पर इस उपाय को जरूर करें। अशोक के कुछ पत्ते नहाने के पानी में डाल लीजिए, फिर इसी पानी से स्नान करिए। बाद में इन पत्तों को निकाल कर किसी पीपल के पेड़ के पास साफ-सुथरे स्थान पर रख दें। इससे बहुत जल्दी ही आपके विवाह की समस्या दूर होगी।

नकारात्मक ऊर्जा करे दूर –  
नए साल के पहले दिन अशोक के पत्तों की माला बनाकर घर के मुख्य द्वार पर लटकाएं। तीन-चार दिन बाद जब माला में लगाए गए पत्ते सूख कर मुरझा जाएं तो इस माला को बदल दें। लगातार सात बार इस उपाय को करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी।

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