रिलेशनशिप। डिप्रेशन एक बहुत ही जटिल समस्या होती है, जो किसी को भी प्रभावित कर सकती है। डिप्रेशन हार्मोनल परिवर्तन, केमिकल असंतुलन, किसी प्रियजन को खोना और ब्रेकअप जैसी तनावपूर्ण घटना के वजह से ट्रिगर कर सकता है। ब्रेकअप या दिल टूटने के बाद डिप्रेशन होना जरूरी नहीं है, लेकिन कई लोग निराशा, उदासी और अपराधबोध की भावना से घिर सकते हैं। ये लक्षण कई बार लोगों के दिन प्रतिदिन के कार्यों को कठिन बना सकते हैं। इसलिए इन लक्षणों को सुधारने और प्रबंधित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके अपनाना जरूरी है। तो चलिए जानते हैं ब्रेकअप से होने वाले डिप्रेशन से मूव ऑन करने के लिए किन टिप्स को फॉलो करें।
अपनी भावनाओं को करें शेयर :-
ब्रेकअप के बाद होने वाले डिप्रेशन से उभरने के लिए सबसे पहले अपनी भावनाओं को व्यक्त करना जरूरी है। डिप्रेशन के दौरान लोगों को कई तरह के उतार-चढ़ाव का अनुभव करना पड़ता है। इसलिए जो भी महसूस करते हैं उसे दूसरों के सामने व्यक्त करें ताकि क्रोध और पछतावे को कम किया जा सके।
नई एक्टिविटी करें :-
डिप्रेशन से बाहर आने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है व्यक्ति खुद को बिजी रखे। इसलिए ऐसी एक्टिविटीज का चुनाव करें जिसे करने से मन खुश हो। यात्रा करना या तरह-तरह का खाना बनाना विचारों को डाइवर्ट कर सकता है। डिप्रेशन को कम करने के लिए किसी मनोचिकित्सक की भी सलाह ले सकते हैं।
मेंटल हेल्थ पर दें ध्यान :-
डिप्रेशन को कम करने के लिए मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। सामाजिक और शारीरिक रूप से सक्रिय रहकर ब्रेकअप के दौरान अपनी मेंटल हेल्थ पर फोकस किया जा सकता है। मेंटल हेल्थ को सुधारने के लिए साइकोलॉजिस्ट की मदद भी ली जा सकती है। ब्रेकअप के बाद होने वाले डिप्रेशन से उभरने के लिए जरूरी है कि भविष्य पर फोकस किया जाए। डिप्रेशन को कम करने के लिए चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।
दूसरों के साथ बिताएं वक्त :-
कई बार ब्रेकअप का दुख इतना गहरा हो जाता है कि व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करने लगता है। ऐसे में दोस्तों और परिवार वालों का साथ महत्वपूर्ण हो सकता है। कोशिश करें कि इस नाजुक वक्त में खुद को आइसोलेट न करें। सामाजिक संबंधों पर ध्यान केंद्रित करने से भविष्य में बनने वाले संबंध मजबूत हो सकते हैं।