श्रीनगर। इस वर्ष मई के महीने में कहीं बारिश तो कहीं बर्फबारी हो रही है। जिससे मौसम अनुकूल बना हुआ है। वही आज कश्मीर घाटी में कई जगहों पर भारी बर्फबारी का नजारा देखने को मिला है। आज किश्तवाड़ में हुई बर्फबारी से स्थानीय लोग काफी खुश नजर आए। किश्तवाड़ जिले की मारवाह घाटी में भारी बर्फबारी शुरू हो गई है। आपको बता दें कि किश्तवाड़ में इन दिनों में बर्फबारी नही होती, लेकिन बीते कुछ दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। जिसके कारण किश्तवाड़ में बर्फबारी हो रही है। कश्मीर के रामबन जिला के महू घाटी में भी ताजा बर्फबारी देखने को मिली है। कश्मीर घाटी के ऊपरी इलाकों में कई जगहों पर बर्फबारी हुई है।
मालुम हो कि दुनिया में मशहूर पर्यटन स्थलों गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग में भी बर्फबारी हुई. शोपियां में भी बर्फ गिरी है। बताया गया है कि अनंतनाग जिले की बेताब वैली और पहलगाम में भी बर्फ गिरी है। काजीगुंड में जवाहर सुरंग के पास भारी बर्फबारी के कारण 8 पर्यटकों समेत 10 लोग फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि ये पर्यटक अंडमान और निकोबार के हैं। फंसे पर्यटकों की मदद के लिए प्रशासन की एक टीम मौके पर पहुंच गई है। वहीं मार्गन टॉप से लगभग 70 लोगों को उनके पशुओं के साथ बचाया गया है। अनंतनाग जिला प्रशासन की कड़ी निगरानी में बचाव दल मार्गन टॉप तक पहुंच गया है और वहां भारी बारिश और बर्फबारी में फंसे सभी खानाबदोशों को बचा लिया गया है।
बेमौसम बर्फबारी दक्षिण कश्मीर के कुछ हिस्सों सहित कश्मीर घाटी के ऊपरी इलाकों में सेब के बागों और मक्का की खेती को नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि वे अपनी आजीविका के लिए पूरी तरह से सेब के बागों पर निर्भर हैं। दुर्भाग्य से पिछले चार साल से उनको लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं कई इलाकों में मक्के की खेती को भी भारी नुकसान हुआ है। इससे पहले घाटी के मैदानी इलाकों में लगातार बारिश के कारण सरसों की खेती प्रभावित हुई थी। किसानों ने प्रशासन से इसके लिए मुआवजे की मांग की है।