भीषण चक्रवाती तुफान में तब्दीेल हुआ मोचा, बांग्लादेश-म्यांमार तट की ओर बढ़ा

नई दिल्‍ली। थोड़े दिनों की बेमौसम बरसात से राहत रहने के बाद अब दिल्ली-NCR में गर्मी एक बार फिर से जोर पकड़ने लगी है। 12 मई को दिल्ली में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है। जबकि न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने की आशंका जताई जा रही है। आज दिल्ली-NCR में धूल भरी तेज हवाएं या आंधी आने की संभावना है।

वहीं चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह शुक्रवार को भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। इस दौरान 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा चली। अनुमान है कि मोचा बांग्लादेश-म्यांमार तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, सुबह 5:30 बजे चक्रवाती तूफान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में, पोर्ट ब्लेयर से लगभग 520 किलोमीटर पश्चिम में और कॉक्स बाजार के 1,100 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था।

मौसम विभाग कार्यालय ने बताया कि चक्रवात मोका और तेज होता जाएगा। यह कॉक्स बाजार और म्यांमार में बंदरगाह शहर सित्त्वे के करीब क्यौकप्यू के बीच रविवार को समुद्र तट से टकराएगा। इस वजह से 175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मछुआरों, जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

चक्रवाती तूफान मोचा के कारण त्रिपुरा और मिजोरम में शनिवार से भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा नगालैंड, मणिपुर और दक्षिण असम में रविवार को कई जगहों पर बारिश होने के आसार है।

हीटवेव
आईएमडी के मुताबिक आज बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात, पश्चिम राजस्थान और मध्य महाराष्ट्र में कई जगहों पर लू चलने की संभावना है। आज पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, उत्तर आंतरिक ओडिशा, गुजरात और पश्चिम राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। 12 मई को कोंकण, राजस्थान में 12 और 13 मई को और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 13 से 15 मई के दौरान अलग-अलग इलाकों में लू चलने की संभावना है। आईएमडी ने आज लू को लेकर पश्चिम बंगाल और गुजरात में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

 कौन देता है चक्रवातों के नाम?
संयुक्त राष्ट्र की इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक (ESCAP) पैनल के 13 सदस्य देश तूफानों का नाम देते हैं। इसमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाइलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन शामिल हैं। इस क्षेत्र में उत्पन्न चक्रावतों के नाम देने वाले ग्रुप शामिल देश अल्फाबेटिकली नाम देते हैं। जैसे कि B से बांग्लादेश पहले आता है तो वह पहले नाम सुझाएगा, फिर भारत और फिर ईरान और बाकी देश।

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