उज्जैन। उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शनिवार और रविवार को करीब छह लाख भक्तों के दर्शन करने आने का अनुमान है। मंदिर प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए सुलभ दर्शन व्यवस्था के इंतजाम किए हैं। त्रिवेणी संग्रहालय के रास्ते भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। वाहनों की पार्किंग आदि के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।
प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने कहा कि अधिक भीड़ की स्थिति में दर्शनार्थियों को त्रिवेणी संग्रहालय के सामने से प्रवेश देने का निर्णय लिया गया है। त्रिवेणी संग्रहालय के सामने स्थित मंदिर की पार्किंग में जूता स्टैंड, शीघ्र दर्शन टिकट काउंटर आदि के इंतजाम हैं। महाकाल दर्शन के बाद श्रद्धालु श्री महाकाल लोक के पिनाकी द्वार से चारधाम मंदिर की ओर से प्रवेश करेंगे। इस व्यवस्था से दर्शनार्थी सीधे जूता-चप्पल स्टैंड स्थल पर पहुंचेंगे। श्री महाकाल लोक में लडडू प्रसाद काउंटर भी है। भक्त महाकाल दर्शन करने के बाद लौटते समय इन काउंटरों से लडडू प्रसाद खरीद सकते हैं।
गर्भगृह और नंदी हॉल में प्रवेश बंद :-
भीड़ की स्थिति को देखते हुए गर्भगृह एवं नंदी हॉल में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित कर रखा है। प्रशासक ने कहा कि भीड़ की स्थिति को देखते हुए यह व्यवस्था प्रबंध समिति के निर्णय अनुसार पांच जनवरी तक लागू रहेगी।
नए वर्ष में देशभर से भक्त प्रभू महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंच रहे हैं। इसके चलते महाकाल मंदिर की हरसिद्धि धर्मशाला सहित आसपास की सभी होटलें व धर्मशाला फुल हैं। होटल संचालकों ने कमरों का किराया तीन गुना तक बढ़ गया है। नॉन एसी डबल बेड का किराया दो हजार रुपये प्रति रूम वसूला जा रहा है।
वीवीआइपी माधव सेवा न्यास से करेंगे प्रवेश :-
भीड़ ज्यादा होने के चलते महाकाल लोक की ओर से ही भक्त मंदिर में एंट्री कर सकेंगे। बड़े गणेश मंदिर के सामने और प्रशासक ऑफिस की तरफ से भक्तों को एंट्री नहीं दी जाएगी। वीआईपी भक्तों को बेगम बाग से निकालते हुए भारत माता मंदिर और प्रशासक कार्यालय के सामने से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। जो भक्त 250 रुपये की रसीद लेकर शीघ्र दर्शन करना चाहते हैं। वह महाकाल थाना के पीछे से एंट्री लेते हुए बड़े गणेश के पास स्थित गली से 4 नंबर गेट से होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे। चार नंबर गेट से शीघ्र दर्शन रसीद, पंडे पुजारी और मीडिया को प्रवेश दिया जाएगा।