यात्रा। जब लोगों को घूमना होता है या किसी ट्रिप पर जाना होता है तो वह पहाड़ी जगहों, हरियाली, झील-झरने या समुद्र तटों की ओर रुख करते हैं। कई लोग तो परिवार संग तीर्थ स्थलों के भ्रमण पर जाते हैं। भारत के पूर्वी राज्यों में घूमने की बात करें, तो पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी, कालिमपोंग जैसी जगहें हैं तो उड़ीसा और झारखंड में तीर्थ स्थलों समेत कई पर्यटन स्थल हैं। बिहार में भी घूमने के लिए काफी कुछ है। बिहार की छठ पूजा काफी मशहूर है, वहीं पितृ पक्ष में भी श्राद्ध कर्म के लिए लोग बड़ी संख्या में बिहार जाते हैं। ऐसे में अगर आप बिहार जाने वाले हैं तो यहां के कुछ दार्शनिक स्थलों को घूम सकते हैं। चलिए जानते हैं बिहार में मशहूर पर्यटन स्थलों के बारे में-
नालंदा:-
भारत का सबसे पुराना विश्वविद्यालय, नालंदा विवि बिहार में ही स्थित है। यह बिहार के सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है। जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी ने इसी जगह पर 14 मानसून बिताए थे। वहीं बुद्ध ने नालंदा में आम के बाग के पास ही भाषण दिया था। नालंदा में मशहूर चीनी यात्री ह्वेन त्सांग ने दो साल बिताए थे। नालंदा का अधिकांश हिस्सा खंडहर बन गया है लेकिन इतिहास प्रेमियों के लिए यह आज भी घूमने लायक है।
पटना:-
बिहार की राजधानी पटना राज्य का सबसे बड़ा शहर है। पटना प्राचीन भारत में पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था। यहां सिखों के अंतिम गुरु, गुरु गोबिंद सिंह का जन्म हुआ था। इसलिए यह सिख भक्तों का प्रमुख तीर्थ स्थल है। पटना में कुम्हरार, आगम, दीदारगंज यक्षी, गुरुद्वारा गुरु का बाग, तख्त श्री पटना साहिब, गुरुद्वारा पहिला बड़ा, गुरुद्वारा गोबिंद घाट, गुरुद्वारा बाल लीला, किला हाउस और पटना संग्रहालय घूमने जा सकते हैं।
गया:-
बिहार के सबसे मशहूर पर्यटन स्थलों में बोधगया का नाम आता है, जो एक हिंदू तीर्थस्थल है। इस जगह को बौद्ध तीर्थ स्थल के तौर पर भी पहचाना जाता है। मान्यता है कि यहां एक पेड़ के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। गया में भी मंदिर और ऐतिहासिक स्थल हैं। मौर्य और गुप्त वंश के शासक भी यहीं के थे। अगर गया घूमने जा रहे हैं तो यहां बोधगया, महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर, मंगला गौरी तीर्थ, बराबर गुफाएं, चीनी मंदिर और मठ, बोधि वृक्ष, डुंगेश्वरी गुफा मंदिर, बोधगया पुरातत्व संग्रहालय, थाई मंदिर, रायल भूटान मठ और मूचालिंडा झील देख सकते हैं।
शेर शाह सूरी टॉम्ब, सासाराम:-
बिहार जा रहे हैं तो यहां स्थित एक ऐतिहासिक जगह पसंद आएगी। सासाराम इलाके में शेर शाह सूरी का मकबरा बना हुआ है। इसे भारत के सबसे प्रभावशाली मकबरों में से एक माना जाता है। शेर शाह सूरी के इस मकबरे को ‘भारत का दूसरा ताजमहल’ कहा जाता है। इस मकबरे का निर्माण 1540-45 के बीच हुआ था। इसकी खूबसूरती को आज तक संरक्षित रखा गया है। शेर शाह सूरी का यह मकबरा वास्तुकला की इंडो-इस्लामिक शैली का सुंदर नमूना है और लाल पत्थरों से बना है। शेर शाह सूरी का मकबरा 122 फीट ऊंचा है।
वैशाली:-
इतिहास में वैशाली जनपद का नाम मशहूर हुआ था। यही वह जगह है जहां अंतिम जैन तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म हुआ था। बिहार में ही वैशाली स्थित है, जो एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल मानी जाती है। वैशाली लिच्छवी शासकों की राजधानी रही है। महावीर का जन्म स्थान होने के कारण वैशाली में अवशेष स्तूप, कुटागारशाला विहार, विश्व शांति शिवालय, राज्याभिषेक टैंक, बावन पोखर मंदिर, राजा विशाल का गढ़, चौमुखी महादेव, कुंडलपुर आदि स्थित हैं, जहां पर्यटक घूमने जा सकते हैं।