योग। आजकल की गड़बड़ जीवनशैली के चलते कई तरह की शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा काफी अधिक बढ़ गया है। कम उम्र में ही लोगों को जोड़ों, हड्डियों में दर्द और सेहत से संबंधित तमाम तरह की अन्य जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है।
शारीरिक निष्क्रियता ने इंसानों को समय के साथ गंभीर बीमारियों के काफी करीब ला दिया है। जीवनशैली की खराब आदतों के चलते लोगों में फ्रोजन शोल्डर की समस्या भी काफी बढ़ती जा रही है। पूरे दिन कंप्यूटर के सामने बैठ रहने, घर पर मोबाइल-टीवी जैसे गैजेट्स से चिपके रहने की आदत ने इस समस्या को और भी बढ़ा दिया है।
फ्रोजन शोल्डर में हमारे कंधे सिकुड़ जाते और अंततः जाम हो जाते हैं। यह एक दर्दकारक स्थिति है जिसमें हाथों को उठाना तक कठिन हो जाता है। समय के साथ इसके लक्षण गंभीर होते जाते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह की जीवनशैली से संबंधित समस्याओं से बचे रहने के लिए योग के नियमित अभ्यास की आदत आपके लिए मददगार हो सकती है।
योग करने से शरीर में रक्त का संचार व्यवस्थित बना रहता है जिससे मांसपेशियां सही तरह से काम करती रहती हैं। आइए जानें कुछ योगासनों के बारे में जिनका अभ्यास करके फ्रोजन शोल्डर की समस्या में लाभ पाया जा सकता है-
सूर्य नमस्कार योग का अभ्यास :-
कंधे में दर्द और जमाव की समस्या को दूर करने के लिए सूर्य नमस्कार योग का अभ्यास करना आपके लिए विशेष लाभकारी हो सकता है। यदि आपको पहले से ही गर्दन और कंधे में दर्द रहता है तो सूर्य नमस्कार का अभ्यास बहुत सावधानी से करें। यदि आप इसे नियमित और व्यवस्थित रूप से करते हैं, तो इससे कंधे मजबूत होते हैं और रीढ़ की हड्डी का लचीलापन बढ़ता है। यह गर्दन के दर्द, कंधे के दर्द और सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस की समस्या में भी आपके लिए फायदेमंद योगासन हो सकता है।
मत्स्यासन योग है फायदेमंद:-
मत्स्यासन योग पूरे शरीर की शक्ति और लचीलेपन को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह कंधे के दर्द के लिए बेहद फायदेमंद योगासनों में से एक है। कंप्यूटर के सामने लंबे समय तक बैठने के कारण होने वाले तनाव और मांसपेशियों में स्थिरता को दूर करने और पूरे शरीर में रक्त के संचार को बढ़ावा देने में मत्स्यासन योग का नियमित अभ्यास करना आपके लिए लाभदायक हो सकता है। इसका रोजाना अभ्यास फ्रोजन शोल्डर के जोखिमों और भविष्य में इसकी आशंका को भी कम करता है।
भुजंगासन योग
हमारी रीढ़, मस्तिष्क से लेकर शरीर के सभी तंत्रिकाओं के लिए भुजंगासन योग का अभ्यास करना काफी लाभदायक हो सकता है। भुजंगासन गर्दन और कंधे की अकड़न को दूर करता है और रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने में सहायक है। जिन लोगों को अक्सर पीठ-कमर में दर्द की समस्या बनी रहती है ऐसे लोगों के लिए नियमित रूप से भुजंगासन योग का अभ्यास करना फायदेमंद हो सकता है।