स्वास्थ्य। आलू को लोग शुगर और वेट बढ़ने का कारण मानते हैं। ऐसे में कई लोग आलू का सेवन बंद कर देते हैं या कम कर देते हैं, ताकि उनका मोटापा न बढ़े और डायबिटीज भी नियंत्रित रहे, लेकिन आलू इतना भी नुकसानदायक नहीं होता। आपको बता दें कि आलू में महज 0.1 फीसदी फैट होता है। ऐसे में आलू के सेवन से न तो मोटापा बढ़ता है और न ही शुगर बशर्तें उसे सही तरीके से खाया जाए। दरअसल आलू से फैट बढ़ने की वजह गलत तरीके से आलू का सेवन करना है। आलू का पराठा, फ्रेंच फाइज और दम आलू जैसी डिश भले ही मुंह में पानी ला देती हैं, लेकिन इनके सेवन से डायबिटीज, फैट बढ़ना और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसी कारण से ज्यादातर लोग जो मोटापा कम करना चाहते हैं, वह आलू को अपनी डाइट से बाहर कर देते हैं, लेकिन आप आलू का सेवन करके भी मोटे होने से बच सकते हैं। तो जानिए जानते है आलू के सेवन का सही तरीका…
लगभग हर सब्जी में आलू का इस्तेमाल होता है। आलू में कैल्शियम, पोटेशियम, लोहा और फास्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा आलू में विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी भी होता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। पाचन को ठीक रखने के लिए जरूरी स्टार्च उबले आलू में पाया जाता है। आलू के सेवन से जल्द ऊर्जा मिलती है। आलू में प्रोटीन व वसा बहुत कम मात्रा में होता है, लेकिन कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भरपूर पाई जाती है।
आलू के सेवन का सही तरीका- आप अगर वजन कम करना चाहते हैं, तो आलू को डाइट से बाहर करने की जरूरत नहीं, बल्कि सही तरीके से सेवन करना चाहिए। आलू को वेट लॉस करने के लिए उबालकर ठंडा करके खाएं। उबला आलू खाने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है और भूख नियंत्रित रहती है। इससे एक्स्ट्रा कैलोरीज के सेवन की आवश्यकता भी नहीं पड़ती। ठंडा उबले आलू में पाया जाने वाला स्टार्च मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और अतिरिक्त चर्बी को घटाने में मदद करता है।
बैली फैट कम करने के लिए आलू को छीले नहीं, बल्कि आलू को छिलके के साथ ही अपनी डाइट में शामिल करें। आलू का छिलका उच्च रक्तचाप की समस्या से परेशान लोगों के लिए भी फायदेमंद होता है। फ्राइड आलू खाने की बजाए उबले आलू से बनी डिश का सेवन करें। आप चाहें, तो आलू को भूनकर या बेक करके भी सेवन कर सकते हैं। एक बार में 170 ग्रास से ज्यादा आलू न खाएं। आपको इतने आलू में सारे पोषक तत्व मिल जाते हैं और मोटापा भी नहीं बढ़ता।