बरेली। जेल में बंद अशरफ की प्रयागराज के लिए रवानगी नहीं हुई। उमेश पाल हत्याकांड के मामले में आरोपी अशरफ की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराई जा सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अशरफ को लेने बरेली आई प्रयागराज पुलिस की टीम शनिवार दोपहर को वापस चली गई। इधर, वकील के साथ बरेली पहुंचीं अशरफ की पत्नी और बहन ने उसकी जान को खतरा बताया। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से उमेश पाल हत्याकांड में सीबीआई जांच कराने की मांग करने की बात कही।
मालूम हो कि उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक का भाई अशरफ को भी साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है। इस सिलसिले में अशरफ को प्रयागराज ले जाकर उससे पूछताछ की तैयारी थी। प्रयागराज पुलिस की एक टीम शुक्रवार को बरेली आ गई थी, जो लौट गई है। प्रयागराज पुलिस के पीछे-पीछे अशरफ के वकील विजय मिश्रा, बहन आयशा और पत्नी जैनब भी बरेली आई थीं। अब ये लोग भी जेल परिसर में नहीं हैं, दो जूनियर वकील जरूर यहां हैं।
जानकारी के अनुसार परिजनों द्वारा जताए गए खतरे की वजह से अशरफ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराई जा सकती है। पुलिस रिमांड मिलने पर ही उसे प्रयागराज ले जाया जाएगा। बता दें कि प्रयागराज पुलिस ने कोर्ट से अशरफ का बी वारंट लिया था। इसके बाद प्रयागराज पुलिस ने बरेली जिला जेल (केंद्रीय जेल-2) पहुंचकर जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला से मुलाकात की थी। उसे यहां से प्रयागराज ले जाने की तैयारी थी।