नई दिल्ली। अनअकेडमी भारत की लीडिंग एजुटेक कंपनियों में से एक है। यह प्रतियोगी परीक्षाओं, भाषा और प्रोग्रामिंग सहित कई सब्जेक्ट में कोर्स ऑफर करती है। ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म अनअकेडमी छंटनी की तैयारी कर रही है। कंपनी इस बार करीब 12 प्रतिशत कर्मचारियों को दिखाएगी बाहर का रास्ता। आपको बता दे कि कंपनी में वर्ष 2022 के बाद से छंटनी का यह चौथा दौर होगा। जबकि कंपनी अब तक अपने कुल कर्मचारियों में से आधे एम्पलॉइज को निकाल चुकी है। सीईओ गौरव मुंजाल ने कर्मचारियों को पत्र लिखकर वर्कफोर्स में 12 फीसदी की कमी करने की सूचना दी है। कंपनी ने नवंबर 2022 में 10 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की थी।
कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ गौरव मुंजाल ने कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में कहा है कि यह निर्णय लेना मुश्किल है लेकिन जरूरी था। पत्र में मुंजाल ने साफ-साफ लिखा है कि मुख्य कारोबार को लाभदायक बनाने के लिए कंपनी ने सही दिशा में हर कदम उठाया है, फिर भी यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने वर्तमान वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए कहा कि वर्कफोर्स में कमी करना अनिवार्य हो गया है।
मुंजाल ने कर्मचारियों को स्लैक पर भेजे गए एक लेटर में कहा कि आज के हालात दो वर्ष पहले की परिस्थितियों से विपरीत हैं। दो वर्ष पहले ऑनलाइन लर्निंग में तेजी के कारण कंपनी का बिजनेस बढ़ा था। तथा आज एक लाभकारी बिजनेस चलाना आवश्यक है। इसके लिए लागत कम करनी पड़ रही है। मुंजाल ने अपने लेटर में स्वीकार किया कि उन्हें छंटनी का एक और दौर करने की उम्मीद नहीं थी।
3 बार हो चुकी है छंटनी
अनअकेडमी में छंटनी की शुरुआत अप्रैल 2022 से हुई जब 600 से 800 कर्मचारियों को निकाला गया था। ये सभी सेल्स और मार्केटिंग टीम का हिस्सा थे। इसके बाद जून 2022 में स्टार्टअप कंपनी ने परफार्मेंस इंप्रूवमेंट प्लान के तहत 150 लोगों को नौकरी से निकाल दिया। नवंबर 2022 में कंपनी ने वर्कफोर्स के 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की थी। जिससे लगभग 350 कर्मचारियों पर इस फैसले का प्रभाव पडा था।
कंपनी की वैल्यू 5.5 अरब डॉलर
अनअकेडमी भारत की लीडिंग एजुटेक कंपनियों में से एक है। यह प्रतियोगी परीक्षाओं, भाषा और प्रोग्रामिंग सहित कई सब्जेक्ट में कोर्स ऑफर करती है। बेंगलुरु स्थित कंपनी ने सॉफ्टबैंक, फेसबुक और सिकोइया कैपिटल सहित कई निवेशकों से 440 मिलियन डॉलर से ज्यादा पैसे जुटाए हैं। कंपनी की वैल्यू 5.5 अरब डॉलर है।