लखनऊ। उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की तैयारी की गई है। अब बोर्ड की परीक्षा में नकल करना परीक्षार्थियों को भारी पड़ सकता है। बोर्ड परीक्षा में नकल करते पकड़े जाने पर NSA लगाया जाएगा। यही नहीं परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक के खिलाफ भी FIR कर कार्रवाई की जाएगी। इन आरोपियों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी की जाएगी।
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू हो रही हैं। ये परीक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक चलेंगी। इनमें हाईस्कूल की परीक्षा 13 कार्य दिवसों में होगी, जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा 14 कार्य दिवसों में होगी। 16 फरवरी को हाई स्कूल की हिंदी और प्रारंभिक हिंदी की परीक्षा होगी, जबकि इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान, हिंदी और प्रारंभिक हिंदी से बोर्ड परीक्षा की शुरुआत होगी। होली से पहले ही यूपी बोर्ड की परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी।
नकल रोकने के लिए कॉपियों में होगा बारकोड:-
इस बार यूपी बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के 8752 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। इस बार परीक्षाओं को नकल विहीन कराने के लिए कॉपियों में बारकोड होगा। पहली बार कॉपियों के हर पेज पर बारकोड की व्यवस्था लागू होगी। साढे तीन करोड़ कॉपियों में पहली बार बारकोड का इस्तेमाल किया जाएगा।
कॉपियों की होगी रैंडम चेकिंग:-
नकल माफिया से बचने के लिए यूपी बोर्ड ने पहली बार कॉपियों की रेंडम चेकिंग का कदम उठाया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड एशिया की सबसे बड़ी परीक्षा संस्था है। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में 58 लाख 67 हजार 329 परीक्षार्थी हैं, हाईस्कूल की परीक्षा में 31 लाख 16 हजार 458 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जबकि इंटरमीडिएट में 27 लाख 50 हजार 871 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे।