नई दिल्ली। दवा निर्माता कंपनी कैडिला हेल्थकेयर ने शुक्रवार को कहा कि उसने अपनी कोरोना रोधी वैक्सीन जॉयकोव-डी के उत्पादन के लिए शिल्पा मेडिकेयर के साथ करार किया है। बता दें, इस वैक्सीन को ड्रग नियामक से मंजूरी मिल चुकी है। यह टीका 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को भी लगाया जा सकेगा। अब तक 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही टीके लगाए जा रहे हैं। जॉयडस ने इस टीके को लेकर ड्रग नियामक को सूचित किया है कि उसने शिल्पा मेडिकेयर से उसके पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी शिल्पा बॉयोलॉजिकल्स के जरिए करार किया है। इसमें वैक्सीन के ड्रग के उत्पादन व सप्लाई का करार शामिल है। यह शिल्पा के कर्नाटक के धारवाड़ स्थित संयंत्र में तैयार किया जाएगा। इस संयंत्र में जॉयकोव-डी का उत्पादन दोनों पक्षों की सहमति से किया जाएगा। कैडिला ने बताया कि वह जॉयकोव-डी की तकनीक शिल्पा बॉयोलॉजिकल्स प्रालि को ट्रांसफर करेगी। समझौते के अनुसार एसबीपीएल वैक्सीन के ड्रग सबस्टेंस के उत्पादन की जिम्मेदार होगी, जबकि कंपनी वैक्सीन फिलिंग, पैकेजिंग, विपणन व वितरण का काम करेगी। बता दें, जॉयकोव-डी दुनिया की पहली डीएनए प्लाज्माइड वैक्सीन है, जिसका इंसानों के लिए इस्तेमाल होगा। कैडिला ने इसे कोरोना से बचाव के लिए स्वदेश में ही तैयार किया है। भारतीय दवा नियामक ने इसे 20 अगस्त को आपात इस्तेमाल की इजाजत प्रदान कर दी है। >