Uttarakhand: उत्तराखंड लगातार मौसम बिगड़ने की वजह से चारधाम यात्रा प्रभावित हो रही थी. बीते तीन दिनों से बंद पड़ी केदारनाथ यात्रा को सुचारू कर दी गई है. रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग को शनिवार से प्रशासन की कड़ी मेहनत के बाद खोल दिया गया. मार्ग खुलने के साथ ही यात्रा ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है, और श्रद्धालु केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए उत्साह के साथ रवाना हो रहे हैं.
भूस्खलन से बाधित हुआ था मार्ग
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी भूस्खलन की वजह से बंद हो गया था. रास्तों पर टनों मलबा और बड़े-बड़े पत्थरों से आवाजाही ठप हो गई थी. लगातार बारिश और रुक-रुककर गिरते पत्थरों ने सड़क खोलने के कार्य में बाधा डाली. कार्यदायी संस्था ने दो जेसीबी मशीनों और एक डोजर की मदद से मलबा हटाने का काम किया. तीन दिन की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार रविवार को सड़क को यातायात के लिए खोल दिया गया.
यात्रियों की सुरक्षा के लिए यात्रा में रुकावट
पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने जानकारी दी कि जब तक क्षतिग्रस्त स्थल पर वाहन संचालन शुरू नहीं होता, श्रद्धालुओं को करीब 22 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होगी. बारिश की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा अस्थाई रूप से रोकी जा सकती है. उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे मौसम पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए ही यात्रा की योजना बनाएं. वहीं, लोक निर्माण विभाग की ओर से मार्ग चौड़ीकरण का कार्य लगातार जारी है. गौरतलब यह भी है कि इन दिनों पहाड़ी राज्यों पर मानसून का कहर देखने को मिल रहा है.
प्रशासन की सक्रियता
प्रशासन और कार्यदायी संस्था ने दिन-रात काम कर सड़क को खोलने में सफलता हासिल की. रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए राहत और बचाव कार्यों को तेजी से अंजाम दिया. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार स्थिति पर नजर रख रही थीं. मार्ग खुलने के बाद प्रशासन ने यात्रियों से सावधानी बरतने और मौसम अपडेट्स का पालन करने की अपील की है.
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