नई दिल्ली। आगरा में कोरोना के डेल्टा स्ट्रेन से संक्रमित हुए लोगों में पहली लहर में संक्रमित हुए लोगों के मुकाबले दो गुना एंटीबॉडी मिली हैं। इनमें 1000 आईयू/एमएल तक एंटीबॉडी पाई गईं। पहली लहर में संक्रमित हुए लोगों में अधिकतम 500 आईयू/एमएल तक ही एंटीबॉडी बनी थीं। ये वे लोग हैं जिन्होंने अभी तक टीका नहीं लगवाया है। एसएन मेडिकल कॉलेज के ब्लड ट्रांसफ्युजन मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. नीतू चौहान ने बताया कि अप्रैल-मई में संक्रमित 121 लोगों की एंटीबॉडी की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं। इनमें से 63 लोग 100 से 1000 आईयू/एमएल (इंटरनेशनल यूनिट प्रति मिलीलीटर) एंटीबॉडी मिलीं।पूछताछ में बताया कि इनको लक्षण तेजी से उभरे थे और हालत भी गंभीर रही थी। दूसरी लहर में ही कोरोना वायरस के डेल्टा स्ट्रेन की पुष्टि भी हुई थी। पहली लहर में संक्रमित हुए लोगों की जांच कराने पर अधिकतम 100 से 500 आईयू/एमएल एंटीबॉडी पाई गई थी। अभी तक एसएन में 2,580 लोगों की एंटीबॉडी की जांच हो चुकी है।