तीसरा नेत्र परम तत्व का कराता है दर्शन: दिव्य मोरारी बापू

राजस्थान। भगवान शंकर के तीन नेत्र हैं। आध्यात्मिक दृष्टि से सभी को तीन नेत्र होते हैं,…

शिव से ही उत्पन्न होती है सृष्टि: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। सृष्टि के आदि,मध्य और अंत शिव है। शिव से ही सृष्टि उत्पन्न होती है, शिव…

भगवान की उपासना से होता है समस्त समस्याओं का समाधान: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। श्री शिवमहापुराण माहात्म्य् के प्रारंभ में शौनकादि ॠषि सूत जी से निवेदन करते हैं। ऐसी…

तो यहां रहती हैं आत्माएं…

रहस्‍य। रहस्य, जिसका नाम सुनते ही लोगों की दिमाग की नसें तिलमिलाने लगती हैं। ऐसी कोई…

अनूप शिरोमणि के दर्शन करने वाला हो जाएगा धन्य: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। श्री नरसी जी ने गांव भर के आबालवृद्ध सभी नर-नारियों को सुंदर मूल्यवान वस्त्र आभूषण…

परमात्मा का नाम कीर्तन करने से स्थिर होगा मन: दिव्य मोरारी बापू

राजस्थान। श्री रुक्मणी जी के समेत भगवान श्रीकृष्ण के आते ही विवाहोत्सव की चहल-पहल आरंभ हो…

आंख को नहीं देख सकती आंख: दिव्य मोरारी बापू

राजस्थान/पुष्कर। श्री भक्तमाल कथा ज्ञानयज्ञ महामहोत्सव (अट्ठाईसवां-दिवस) सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय, (भव्य-सत्संग) सानिध्य-परम पूज्य संत श्री घनश्याम…

ईश्वर प्रणिधान से भी बस में होता है मन: दिव्य मोरारी बापू

भगवान शंकर के साथ श्रीनरसीजी का नंदनंदन श्याम सुंदर भगवान श्री कृष्ण एवं वृषभानु सुता श्री…

सतगति‍ के लिए भगवान का करना चाहिए जप: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। श्री नरसी जी संपूर्ण संसार में प्रसिद्ध भक्त हुए। जिन्होंने गुजरात प्रान्त को पावन किया।…

पापों का चिंतन न होने से संस्कार पर पड़ता है असर: दिव्‍य मोरारी बापू

पुष्‍कर/राजस्‍थान। श्री भक्तमाल कथा ज्ञानयज्ञ महामहोत्सव चौबीसवां दिवस। सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय” (भव्य-सत्संग) सानिध्य-परम पूज्य संत श्री…