गोरखपुर। बिजली बिल ऑनलाइन अपडेट नहीं है, बहाना देकर अब बिजली बिल जमा करने से कर्मी मना नही कर पाएंगे। उपभोक्ता के घर रीडर के बिल बनाते ही सर्वर में में रीडिंग अपडेट हो जाएगी और सिस्टम पर बिल आ जायेगा। गोरखपुर बिजली निगम ने योजना पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस सुविधा को शुरू किया है। फिलहाल वितरण खंड प्रथम में प्रभावी है। धीरे- धीरे इसे अन्य तीनों वितरण खंडों में भी शुरू किया जाएगा। ऊर्जा निगम ने बिलिंग व्यवस्था में सुधार की योजना के तहत खंड प्रथम में योजना प्रोजेक्ट शुरू किया है। अब बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडरों को स्मार्ट मोबाइल फोन में मोबाइल एप दिया गया है। रीडरों को घर पर ही इस एप के माध्यम से बिजली बिल बनाना होगा। मोबाइल एप में रीडिंग भरने के साथ मीटर की फोटो अपलोड करना होगा। इसके बाद सिस्टम में बिल अपने आप अपडेट हो जाएगा। पहले बिल अपडेट करने में 24 घंटे का समय लगता था। अधिशासी अभियंता प्रथम नवनीत प्रजापति ने बताया कि नई बिलिंग व्यवस्था से मीटर रीडरों की मनमानी बंद हो सकेगी। जितने उपभोक्ताओं के घर रीडर जाएंगे उनका बिल उन्हें बनाना होगा साथ कि इसका रिकॉर्ड अपनेआप सर्वर पर आ जायेग। अभी बीते दिनों उर्जा मंत्री ने बिलिंग व्यवस्था में लापरवाही करने पे एजेंसी पर मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है।