रिलेशनशिप। हर कोई चाहता है कि उसकी शादीशुदा लाइफ खुशी-खुशी बीते। लेकिन जब यही शादी टूट जाती है तो जोड़े अक्सर खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं। शादी टूटने के कई कारण हो सकते हैं। इन कारणों में गंभीर से लेकर मुर्खतापूर्ण कारण भी हो सकते हैं। लेकिन जब भी कोई शादी अचानक टूटती है, तो लोग उसके कारण समझ नहीं पाते हैं। अगर आप भी ऐसी स्थिति से बचना चाहते हैं, तो कुछ ऐसे संकेत हैं जिनको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। फिर भी ज्यादातर लोग इसके बारे में केवल तब सोचना शुरू करते हैं, जब मामला हाथ से निकल चुका होता है।
ऐसे रिश्तों में पति और पत्नी दोनों लड़ने के लिए मूर्खतापूर्ण बहाने खोजते हैं। फिर बाद में वे एक-दूसरे से बचने की कोशिश करते हैं और घर वापस आने के उनकी इच्छा नहीं रह जाती है। छोटी सी शिकायत भी कड़वी लड़ाई में बदल जाती है। इसलिए इन बातों को अनदेखा न करें और उनको पहले ही सुलझाने की कोशिश जरूर करें।
आपकी पत्नी आपकी बेस्ट फ्रेंड नहीं है:-
किसी जीवन साथी का साथ होना बहुत ही अच्छी बात है। मगर वो जीवन साथी आपका सबसे अच्छा दोस्त भी है तो उससे बेहतर कोई और चीज नहीं हो सकती है। इसलिए अपनी पत्नी में अपना सबसे अच्छा दोस्त तलाशने की कोशिश जरूर करनी चाहिए।
कायम रखें भरोसा:-
किसी भी शादी को हैप्पी बनाने और बरकरार रखने में सबसे बड़ी बात पति और पत्नी का आपसी भरोसा है। इसके बगैर शादी के चलने की बात सोचना बेमानी है। इसलिए अपना भरोसा कायम रखते हुए जीवनसाथी का भरोसा जीतने की कोशिश जरूर करनी चाहिए। अगर आप ऐसा करने में सफल रहे तो शादी के लिए ये सबसे अच्छी बात साबित होती है।
प्राथमिकता बदलना:-
कई बार शादी के बाद बच्चों के पैदा होने पर पति और पत्नी की प्राथमिकताएं बदल जाती हैं। इसलिए भी कभी-कभी रिश्तों में दरार आ जाती है। इसलिए बच्चों के बाद भी पति और पत्नी को एक दूसरे को लगातार प्राथमिकता देते रहना चाहिए। इससे एक हेल्दी मैरिड लाइफ बनी रहती है।
तलाक कोई विकल्प नहीं:-
जिंदगी में खासकर विवाहित जिंदगी में अक्सर आपसी तनाव, मनमुटाव और झगड़े होते रहते हैं। केवल तलाक ही इनका एकमात्र विकल्प नहीं हो सकता है। इसलिए किसी भी झगड़े को कोई बहुत बड़ा मुद्दा बनाने से हमेशा बचना चाहिए।
माफ करना सीखें:-
अगर वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी एक दूसरे की गलतियों को माफ करना नहीं सीखेंगे तो उनकी शादी ज्यादा दूर तक नहीं चल सकती है। इसलिए एक-दूसरे को माफ करना सीखें और झगड़ों के बाद भी प्यार को बनाए रखें।
निजता का रखें ख्याल:-
विवाह के बाद भी पति और पत्नी को एक-दूसरे की निजता का ख्याल रखना चाहिए। आप ऐसा करके एक-दूसरे की रचनात्मकता को भी बढ़ा सकते हैं। इससे अपके रिश्ते और ज्यादा प्रगाढ़ होंगे।
हमेशा हल खोजें:-
वैवाहिक जीवन में कठिनाइयां और मनमुटाव ऐसी बातें हैं जिनको हमेशा टाला नहीं जा सकता है। इसलिए हमेशा इन बातों के सामने आने की हालत में उसका हरसंभव हल खोजने की कोशिश करनी चाहिए। इसके आपकी शादी हंसीखुशी चलती रहेगी।