लाइफ स्टाइल। गठिया जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बनने वाली एक सामान्य समस्या है। इंफ्लामेंशन की प्रतिक्रिया में शरीर द्वारा उत्पन्न रसायन अक्सर सूजन का कारण बनते हैं। गठिया से पीड़ित लोगों को सामान्य गतिविधियों को करने में भी दर्द का अनुभव होता रह सकता है।
ऐसे में इससे बचाव के लिए सभी लोगों को निरंतर उपाय करते रहने चाहिए। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो समय के साथ लोगों में बढ़ती शारीरिक निष्क्रियता और आहार में पौष्टिकता की कमी के कारण गठिया के मामले पहले की तुलना में काफी बढ़ गए हैं। तो आइए जानते हैं कि कैसे गड़बड़ आदतें आर्थराइटिस का कारण बन सकती हैं…..
शरीर का वजन बढ़ना:- आपको बता दें कि आपका बढ़ा हुआ वजन सिर्फ हृदय रोग और डायबिटीज जैसी बीमारियां ही नहीं, गठिया की समस्या का कारण भी हो सकता है। हाल के शोध से पता चलता है कि 30 या उससे अधिक के बॉडी मास इंडेक्स वाले लोगों में रूमेटाइड आर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
वजन अधिक होने से घुटनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ने लगता है, जिसके कारण गठिया की समस्या का जोखिम बढ़ जाता है। आपके लिए अपने वजन को नियंत्रित रखना कई मायनों में आवश्यक है।
धूम्रपान के कारण गठिया की जटिलताएं:- सबसे हानिकारक आदतों में से धूम्रपान को एक माना जाता है, इसके कारण गठिया की समस्या काफी हद तक बढ़ सकती है। आपको बता दें कि रूमेटाइड आर्थराइटिस के एक तिहाई मामलों के लिए धूम्रपान को प्रमुख कारक माना जा सकता है।
इसके अलावा धूम्रपान, गठिया की कुछ दवाओं की प्रभावशीलता को भी कम कर सकता है। यह अप्रत्यक्ष रूप से जोड़ों के दर्द में वृद्धि का भी कारण बनता है। ऐसे में सभी लोगों को इस आदत से बिल्कुल दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
ऊंची एड़ी वाली सैंडिल या खराब जूते पहनना:- आपको बता दें कि ऊंची एड़ी वाली सैंडिल को फैशन का सूचक माना जाता है, हालांकि यह आपके लिए काफी नुकसानदायक भी हो सकती है। ऐसे सैंडिल पैरों को एक अजीब स्थिति में रखती हैं, जो जोड़ों पर जोर पड़ने का कारण बन सकती है।
इसके अलावा अगर आपके जूते की गुणवत्ता ठीक नहीं है, तो इससे भी गठिया की समस्याओं के बढ़ने का जोखिम हो सकता है। डॉक्टर्स की माने, तो जो महिलाएं रोजाना हील्स पहनती हैं, उनमें ऑस्टियोआर्थराइटिस और पैरों में दर्द होने का खतरा अन्य की तुलना में अधिक होता है। हमेशा पैरों को आराम देने वाले जूते-चप्पल ही पहनें।