कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए करें ये एक्सरसाइज…

फिटनेस। कोलेस्‍ट्रॉल एक ऐसी समस्‍या है जो बढ़ जाए तो डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्‍लम का कारण बन सकती है। कोलेस्‍ट्रॉल उम्र के साथ बढ़ता है क्‍योंकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है व्‍यक्ति की एक्टिविटी और इम्‍यूनिटी कम होती जाती है। कोलेस्‍ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए डाइट के साथ एक्‍सरसाइज अहम भू‍मिका निभा सकती है।

खासकर मोटापे से ग्रस्‍त लोगों को डेली रुटीन में एक्सरसाइज को जरूर शामिल करना चाहिए। हाई कोलेस्‍ट्रॉल लेवल वाले लोगों को लाइट एक्‍सरसाइज की जगह हाई इंटेंसिटी एक्‍सरसाइज करनी चाहिए। हाई इंटेंसिटी एक्‍सरसाइज करने से अधिक मात्रा में फैट और कैलारी बर्न की जा सकती है। ये हार्ट हेल्‍थ के लिए बेहतर मानी जाती है। कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए किन हाई इंटेंसिटी एक्‍सरसाइज का चुनाव करना चाहिए।

जॉगिंग और रनिंग:-

रनिंग और जॉगिंग एक बेहतरीन एक्‍सरसाइज है जो कम समय में अधिक कैलोरी बर्न कर सकती है। जिन लोगों को हाई कोलेस्‍ट्रॉल की समस्‍या है उन्‍हें जॉगिंग और रनिंग जैसी हाई इंटेंसिटी एक्‍सरसाइज का चुनाव करना चाहिए। इस एक्‍सरसाइज में ब्‍लड सर्कुलेशन के साथ हार्टबीट में भी इजाफा होता है जो कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। 30 मिनट के सेशन में 250 से 300 कैलोरी बर्न की जा सकती है।

एरोबिक डांस:-

जिन लोगों को डांस करना पसंद है वे एरोबिक डांस एक्‍सरसाइज का चुनाव कर सकते हैं। इस एक्‍सरसाइज में हाई इंटेंसिटी मूव्‍स होते हैं जो बिना रुके किए जाते हैं। एरोबिक डांस एक्‍सरसाइज ओवरऑल बॉडी के लिए फायदेमंद हो सकती है। ये कोलेस्‍ट्रॉल के साथ मोटापे को भी कम कर सकती है। 30-45 मिनट इस एक्‍सरसाइज को किया जा सकता है।

साइकलिंग:-
साइकल चलाना अब लोगों के रुटीन में शामिल हो गया है। खासकर शहरों में लोग फिटनेस के लिए साइ‍कलिंग का सहारा ले रहे हैं। साइकलिंग भी एक हाई इंटेंसिटी एक्‍सरसाइज है जो कोलेस्‍ट्रॉल, डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है। हाई कोलेस्‍ट्रॉल को कम करने के लिए लगभग 30 मिनट साइकलिंग की जा सकती है।

रस्‍सी कूदना:-

बचपन में सभी ने रस्‍सी कूदी होगी। रस्‍सी कूदना एक हाई इंटेंसिटी एक्‍सरसाइज है जो बॉडी को मजबूत बनाने के साथ कोलेस्‍ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकती है। उम्र और क्षमता के अनुसार इसके सेट का चुनाव किया जा सकता है। रस्‍सी कूदने से पैरों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है साथ ही हार्टरेट भी बढ़ जाता है जो फैट बर्न करने का काम करता है।

 

 

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