Nepal: पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की ने शुक्रवार रात करीब 9 बजे नेपाल के अंतरिम प्रधानमंत्री के पद की शपथ ली है. नेपाल के राष्टपति राम चंद्र पौडेल ने यह शपथ दिलाई है. इसके बाद भारत के विदेश मंत्री की ओर से एक बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि एक करीबी पड़ोसी, एक लोकतांत्रिक देश और दीर्घकालिक विकास के साझेदार के रूप में भारत, दोनों देशों के लोगों और उनकी खुशहाली के लिए नेपाल के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा.
सुशीला कार्की को भारत का समर्थक माना जाता है, जबकि केपी शर्मा ओली को चीन का समर्थक कहा जाता था. कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनने से पहले सुशीला ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की थी. उन्होंने कहा था कि वह पीएम नरेंद्र मोदी से इंप्रैस हैं और उनकी कार्यप्रणाली की भी तारीफ की थी.
PM मोदी ने दी सुशीला कार्की को बधाई
PM मोदी ने सुशीला कार्की को बधाई देते हुए X पर एक पोस्ट शेयर किया. उन्होंने लिखा, “नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री के रूप में पद ग्रहण करने पर माननीय सुशीला कार्की जी को हार्दिक शुभकामनाएं. नेपाल के भाई-बहनों की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए भारत पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.”
सुशीला कार्की ने मानीं GenZ प्रदर्शनकारियों की ये डिमांड
1- नेपाल में 6 से 12 महीने के बीच चुनाव कराने की मांग को मान लिया गया है.
2- नेपाल की संसद को भंग कर दिया गया है, अब नेपाल की कमान सुशीला कार्की के हाथों में है.
3- नागरिक और सेना दोनों के रिप्रेजेंटेशन वाली सरकार.
4- पुराने दल और नेताओं की संपत्ति की जांच के लिए पॉवरफुल ज्यूडिशियल कमीशन का गठन किया जाए.
5-आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ हुई हिंसा की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो. इससे प्रभावित लोगों को न्याय मिले.
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