शिव का स्वरूप है प्राणी: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। राष्ट्रीय संत श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री दिव्य मोरारी बापू। सत्संग के अमृत बिंदु सभी…

निर्मल मन वाला व्यक्ति ही प्रभु को कर सकता है प्राप्त: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। राष्ट्रीय संत श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री दिव्य मोरारी बापू। एतस्मादपरं किञ्चिमनः शुद्धयै न विद्यते।…

संत-समागम तथा सदाचार से बढ़ता है सतोगुण: दिव्य माेरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। श्री दिव्‍य माेरारी बापू ने कहा कि सत्य ईश्वर का स्वरूप है, असत्य के बराबर…

सज्जनता ही सन्त मिलन का बनती है कारण: दिव्य मोरारी बापू

पुष्कर/राजस्थान। राष्ट्रीय संत श्री श्री 1008 श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि सच्चा वैष्णव-दूसरे का…

भगवान के नाम का चिंतन करने से दूर होगे दुःख: दिव्य मोरारी बापू

पुष्‍कर/राजस्थान। राष्ट्रीय संत श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा कि संसार के…

संयम, सदाचार और उत्तम संस्कारों से मिलती है शांति: दिव्य मोरारी बापू

पुष्‍कर/राजस्थान। कल की कथा में केवट प्रसंग, भरत चरित, नवधा भक्ति की कथा का गान किया…

संतधर्म को जीवन में उतारने से स्थूलवासना का होगा नाश: दिव्य मोरारी बापू

राजस्थान/पुष्कर। परम पूज्य संत श्री घनश्याम दास जी महाराज के पावन सानिध्य में “सर्वजन हिताय सर्वजन…

राजस्थान/पुष्कर। परम पूज्य संत श्री घनश्याम दास जी महाराज के पावन सानिध्य एवं उत्तम व्यवस्था में सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना से सभी भक्तों के स्नेह और सहयोग से श्री रामायण ज्ञानयज्ञ श्री राम कथा महोत्सव। समय-दोपहर 12:15 बजे से 4:15 बजे तक। दिनांक÷ 16-12-2021 से 24- 12-2021 तक। कथा स्थल- पृथ्वीराज मैरिज गार्डन खटवा रोड न्यू कॉलोनी लालसोट, कथा का विषय-रामावतार का कारण, राम जन्म की कथा का गान किया गया। कल की कथा में बाललीला, विश्वामित्र महाराज की यज्ञ की रक्षा, अहिल्या उद्धार की कथा का गान किया जायेगा। सत्संग के अमृत बिंदु- श्रद्धा दृढ़ होनी चाहिए। श्रवण, मनन एवं निदिध्यासन से ज्ञान बढ़ता है। श्री ईश्वर में मन रखते हुए सब व्यवहार करो। श्री कृष्ण कथा को बार बार सुने, भगवान उसका मन आकर्षित कर लेते हैं। श्रीकृष्ण के लिए यदि कोई एकांत में विलाप करता है, तो कन्हैया आकर उससे मिलता है। श्री कृष्ण तुम्हारे शरीर-रथ के सारथी हो तो रथ  लक्ष्य पर पहुंचेगा। मन सारथी होगा तो रथ गड्ढे में गिरेगा। श्री कृष्ण भगवान को जो प्राणों का अर्पण करते हैं, उन्हें पाप करने की इच्छा नहीं होती। श्रेष्ठ धन धर्म है। सभीहरि भक्तों के लिए पुष्कर आश्रम एवं नवनिर्माणाधीन गोवर्धन धाम आश्रम से साधू संतों की शुभ मंगल कामना-श्री दिव्य मोरारी बापू धाम सेवाट्रस्ट गनाहेडा पुष्कर जिला-अजमेर।

शुद्ध आचार शुद्ध विचारों का होता है आधार: दिव्य मोरारी बापू

राजस्थान/पुष्कर। परम पूज्य संत श्री घनश्याम दास जी महाराज के पावन सानिध्य में सर्वजन हिताय सर्वजन…

सतयुग में तप की है विशेष महिमा: दिव्य मोरारी बापू

राजस्थान/पुष्कर। परम पूज्य संत श्री घनश्याम दास जी महाराज के पावन सानिध्य एवं उत्तम व्यवस्था में…